मछली पालन में इस तकनीक का करें इस्तेमाल बढ़ जाएगी उत्पादन क्षमता

मिश्रित मछली पालन तकनीक से किसान पांच गुना अधिक मछलियों का उत्पादन कर सकते हैं. इस तकनीक के तहत रोहू, मृगल तथा कतला के अलावा विदेशी मछलियों का एक साथ पालन करना फायदेमंद है. मिश्रित मछली पालन के दौरान पानी का पीएच मान 7.5 से 8 होना जरूरी है. यह मछलियों की वृद्धि और स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है.

मछली पालन में इस तकनीक का करें इस्तेमाल बढ़ जाएगी उत्पादन क्षमता
आजमगढ़. ग्रामीण क्षेत्रों में मछली पालन सबसे लोकप्रिय व्यवसाय में से एक बन गयाहै. इस व्यवसाय के माध्यम से कम लागत में लोग अधिक मुनाफा कमा रहे हैं. यही वजह है कि किसान इस व्यवसाय के प्रति ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं. इसके अलावा सरकार की तरफ से भी किसानों को मत्स्य पालन के लिए बंपर सब्सिडी दी जा रही है. इस व्यवसाय के माध्यम से किस सालाना 5 लाख से 7 लाख तक की कमाई आराम से कर ले रहे हैं. मिश्रित मछलियां दिलाएंगी व्यापार में फायदा तालाब में एक साथ किसान विभिन्न प्रकार की मछलियों का पालन कर तगड़ी कमाई कर रहे हैं. किसान मिश्रित मछलियों का पालना कमाई को और भी बढ़ा सकते हैं. मिश्रित मछली पालन तकनीक से किसान 5 गुना अधिक मछलियों का उत्पादन कर सकते हैं. इसमें  तालाब में मछलियों को सही मात्रा में भोजन उपलब्ध कराना बेहद आवश्यक है. इस तकनीक के तहत रोहू, मृगल तथा कतला के अलावा विदेशी मछलियों में सिल्वर कार्प, ग्रास कार्प और कॉमन कार्प का एक साथ पालनकरना फायदेमंद हो सकता है. मिश्रित मछली पालन के दौरान पानी का पीएच मान की अहम भूमिका होती है, पानी के पीएच का मान 7.5 से 8 होना जरूरी है. यह मछलियों की वृद्धि और स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है. ऑक्सीकरण संयंत्र के लिए सरकार दे रही है सब्सिडी मत्स्य पालन की उत्पादकता बढ़ाने के लिए ऑक्सीकरण संयंत्रों का उपयोग किया जा सकता है. यह एक एयरेशन सिस्टम है, जो तालाब में ऑक्सीजन की मात्रा को बनाए रखता है. मत्स्य पालन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार ऑक्सीकरण संयंत्रों पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी दे रही है. लेकिन, इस योजना का लाभ केवल महिलाओं को ही मिलेगा. अरेशन सिस्टम की लागत लगभग 75 हजार आंकी गई है, जिसमें 37.5 हजार सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है. Tags: Agriculture, Azamgarh news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 7, 2024, 18:20 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed