5500 साल पुराना है इस कुंड का रहस्य जानिए क्यों नाम पड़ा योग माया
5500 साल पुराना है इस कुंड का रहस्य जानिए क्यों नाम पड़ा योग माया
योग माया के नाम से विख्यात इस कुंड का रहस्य 5500 साल पुराना है. यह कुंड श्री कृष्ण के जन्म और कंस के अत्याचारों को याद दिलाता है. इस कुंड से मामा कंस और उनके भांजे कृष्ण की यादें जुड़ी हुई है. श्री कृष्ण की बड़ी बहन योग माया के नाम पर इस कुंड को जाना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस कुंड में स्नान मात्र से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है.
मथुरा. कंस की नगरी कहे जाने वाले मथुरा में कृष्ण का ही गुणगान होता है. लेकिन यहां एक ऐसा कुंड है, जो कंस की याद को भी बनाया गसा है और इसे संजोकर रखा भी गया है. यह कुंड योग माया के नाम से विख्यात है. इस कुंड की अपनी ही एक अलग पहचान और अपनी ही मान्यता है.
इस कुंड का रहस्य कृष्ण की बहन से जुड़ा हुआ है. ऐसी मान्यता है कि इस कुंड में स्नान मात्र से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है. इस कुंड में वह दिव्य शक्तियां छुपी हुई है, जिनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती.
कंस के अत्याचार को याद दिलाता है यह कुंड
योग माया के नाम से विख्यात इस कुंड का रहस्य 5500 साल पुराना है. समय के अनुसार इस कुंड का जल भले ही सूख गया हो, लेकिन आज भी इस कुंड के दर्शन मात्र से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सुख की अनुभूति होती है. यह कुंड श्री कृष्ण के जन्म और कंस के अत्याचारों को याद दिलाता है. इस कुंड से मामा कंस और उनके भांजे कृष्ण की यादें जुड़ी हुई है. योग माया मंदिर के पुजारी चंद्रशेखर से जब बात की तो उन्होंने बताया कि यह कुंड माता योग माया के नाम से विख्यात है. इस कुंड में मां योग माया स्नान करती थी. इस कुंड में जो भी व्यक्ति स्नान करता था, उसकी सारी दुविधाएं दूर हो जाती थी. व्यक्ति को जो भी कष्ट होता था, कुंड में स्नान करने से दूर हो जाता था. सभी भक्तों पर योग माता कृपा करती थी.
पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है यह कुंड
योग माया कुंड कई वर्ष पूर्व जीर्ण-शीर्ण अवस्था में था. पुरातत्व विभाग के द्वारा इस कुंड का जीर्णोद्धार कराया गया और सुरक्षित रखने के लिए चाहरदिवारी का निर्माण कराया गया. योग माया का यह कुंड आज पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है और यहां हर दिन सैकड़ों श्रद्धालु कुंड के बारे में जानकारी लेकर जाते हैं. इस कुंड में भले ही जल नहीं भरा हुआ है, लेकिन आज भी इस कुंड को कृष्ण से जुड़ा हुआ माना जाता है. कृष्ण और कंस की यादों को यह कुंड अपने अंदर समाहित किए हुए है.
जानिए कौन थी योग माया
सभी के मन में यह विचार आता है कि योग माया कौन थी. बता दें कि योग माया श्री कृष्ण की बहन थी. कंस जब अपनी चचेरी बहन देवकी के संतानों को मार रहा था, तब 7 संतानों को उसने मार दिया था और आठवीं संतान योग माया के रूप में विख्यात हुई. इसी योग माया ने कंस को वध की आकाशवाणी कृष्ण के हाथों की थी.
Tags: Dharma Aastha, Local18, Lord krishna, Mathura news, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 18:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed