अयोध्या में अब महंत और पर्यटन विभाग में ठनी लगाया मनमानी का आरोप
अयोध्या में अब महंत और पर्यटन विभाग में ठनी लगाया मनमानी का आरोप
राम कचहरी के चारों धाम के महंत शशिकांत दास ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा अयोध्या को निरंतर शिखर पर ले जाने की है. प्राचीन पौराणिक मंदिरों को व्यवस्थित करने की मंशा है. वही कार्यदायी संस्था पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह एकदम थर्ड ग्रेड काम करा रही है.
अयोध्या: भगवान राम की नगरी में राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या के प्राचीन मठ मंदिरों को संवारा और सजाया जा रहा है. जिसमें प्रथम चरण में 37 मठ मंदिरों का कायाकल्प किया जा रहा है. जिसके लिए एक मंदिर पर करोड़ों रुपए की लागत आ रही है. लेकिन कार्यदायी संस्था के ठेकेदारों की मनमानी का दंश मंदिर के महंत झेल रहे हैं. पहले ही बारिश में मंदिर की छत टपक रही है, तो मंदिर के फर्श में टूटे हुए पत्थरों को लगाया जा रहा है. जिसका निरीक्षण खुद विधायक अयोध्या ने किया और माना कि गुणवत्ता में कई कमियां हैं. हालांकि विधायक ने मुख्यमंत्री से शिकायत की बात कही है. लेकिन अगर पर्यटन विभाग की मानें तो पर्यटन अधिकारी ने सीधे-सीधे मंदिर के महंतों पर आरोप लगाया कि मंदिर के महंत अतिरिक्त काम कराना चाहते हैं. एक मंदिर में डेढ़ से 2 करोड रुपए सौंदर्यीकरण का आया है, जिस रूप में मंदिर की प्राचीनता है, उसी तरह उसे दोबारा से बनाया जा रहा है. इन मंदिरों में चार-चार सौ साल पुराने प्राचीन मंदिर हैं. मंदिर के रिनोवेशन को लेकर भी अब पैसे की बंदर बांट शुरू हो गई है. मंदिर प्रशासन ठेकेदारों और कार्यदाई संस्था पर आरोप लगा रहा है, तो वहीं पर्यटन विभाग अपने ठेकेदारों को बचाते हुए मंदिर प्रशासन पर ही आरोप लगा रहा है.
राम कचहरी के चारों धाम के महंत शशिकांत दास ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा अयोध्या को निरंतर शिखर पर ले जाने की है. प्राचीन पौराणिक मंदिरों को व्यवस्थित करने की मंशा है. वही कार्यदायी संस्था पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह एकदम थर्ड ग्रेड काम करा रही है. शशिकांत दास ने कहा कि साढ़े 300 से 400 वर्ष पुराने यह मंदिर हैं और अभी तक छत नहीं टपक रही थी, लेकिन कार्यदायी संस्था के लोगों के द्वारा जब से छत बनाई गई है. पहली ही बारिश में छत टपक रही है. मंदिर के महंत ने बताया कि ढाई करोड़ रुपए मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए स्वीकृत हुआ था. जिसमें डेढ़ करोड़ मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए और एक करोड रुपए मंदिर के फ़साड़ और लाइटिंग के लिए था. आरोप लगाते हुए शशिकांत दास ने कहा कि कोई भी काम अच्छे ढंग से नहीं किया गया है. मंदिर में लाइट का जो काम किया गया, उसमें आए दिन लाइट खराब हो जा रही है. कंप्लेंट करने पर इधर-उधर बताते हैं. कार्यदायी संस्था पर मनमानी ढंग से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कार्यदायी संस्था के ऊपर कोई अंकुश लगाने वाला नहीं है.
वहीं पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने बताया कि अयोध्या के गौरवशाली प्राचीन मंदिरों का विकास उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा कराया जा रहा है, जो पर्यटन विभाग कर रहा है इनमें प्राचीन बिल्डिंगों को विरासत के तौर पर संजोया जाना है. पर्यटन अधिकारी ने कहा कि विधायक के साथ हमने निरीक्षण किया था. संत महात्माओं की इच्छा कुछ अतिरिक्त कार्य करने की थी, जिस पर विधायक ने आश्वासन दिया है कि जो भी संभव होगा, उसी आधार पर काम किया जाएगा. पर्यटन अधिकारी ने कहा कि कुछ क्वालिटी के संदर्भ में भी संत समाज ने विधायक को शिकायत दर्ज कराया. नगर विधायक ने निर्माण कार्य में लगी एजेंसी को गुणवत्ता पूर्वक काम करने के लिए निर्देशित किया है. निर्माण कार्य में लगी इकाई के द्वारा बताया गया कि अभी कार्य निर्माणधीन है. हम काम पूर्ण करा कर ही हैंडोवर करेंगे. राम कचहरी में ज्यादा भुगतान हुआ है. काम पूर्ण होने पर ही अब उनका भुगतान किया जाएगा. उनका पेमेंट रोका जाएगा.
Tags: Ayodhya News, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 10, 2024, 11:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed