ऑपरेशन जल राहत-2 में सेना ने बचाई 3820 की जान बारिश से पूर्वोत्तर राज्य बेहाल
OPERATION JAL RAHAT-2: भारतीय सेना सिर्फ सरहदों की सुरक्षा में ही नहीं लगी होती. किसी भी राहत बचाव के ऑपरेशन में भी सबसे पहले खुद को झोंक देती है. बाढ़ हो या चक्रवात सेना हमेशा राहत बचाव के लिए तैयार रहती है. हर साल बरसात से पहले पूर्वोत्तर के राज्यों में सेना स्थानिय प्रशान और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर अभ्यास को भी अंजाम देती है. यही वजह है कि जान माल के नुक्सान को आपदा के वक्त कम किया जा सके.
