सरदारशहर उपचुनाव: BJP-कांग्रेस आज या कल कर सकती हैं प्रत्याशियों का ऐलान पढ़ें कौन हैं दौड़ में
सरदारशहर उपचुनाव: BJP-कांग्रेस आज या कल कर सकती हैं प्रत्याशियों का ऐलान पढ़ें कौन हैं दौड़ में
Sardarshahar assembly by-election: राजस्थान के चूरू जिले की सरदारशहर विधानसभा सीट के लिए हो उपचुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस आज या कल अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है. बीजेपी में जहां पूर्व विधायक अशोक पींचा टिकट की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं वहीं कांग्रेस में दिवंगत विधायक भंवरलाल शर्मा के बेटे अनिल शर्मा के नाम की चर्चा है.
हाइलाइट्ससरदारशहर विधानसभा सीट उपचुनावसरदारशहर कांग्रेस की परंपरागत सीट मानी जाती है बीजेपी से अशोक पींचा और कांग्रेस से अनिल शर्मा के नामों की है चर्चा
जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के कद्दावर विधायक रहे पंडित भंवरलाल शर्मा के निधन से खाली हुई चूरू जिले की सरदारशहर विधानसभा सीट पर उपचुनाव (Sardarshahar assembly seat by-election) होने जा रहा है. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 नवंबर है. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस (BJP-Congress) समेत सभी दल अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान अगले 48 घंटों में कर देंगे. कांग्रेस और बीजेपी के साथ-साथ अन्य क्षेत्रीय दलों ने भी विधानसभा उपचुनाव को लेकर अपनी अपनी तैयारियां कर रखी है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की टिकट की दौड़ में पूर्व विधायक अशोक पींचा का नाम सबसे आगे चल रहा है.
बताया जा रहा है कि पार्टी स्तर पर पींचा के नाम पर लगभग सहमति बन चुकी है. लेकिन अभी तक इसका औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है. अशोक पींचा सरदारशहर से पूर्व में एक बार विधायक रह चुके हैं. पींचा जैन समाज से ताल्लुक रखते हैं. 62 वर्षीय अशोक पींचा जनसंघ के दौर से ही पार्टी और विचारधारा से जुड़े हुए हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी से पूर्व विधायक स्व. भंवरलाल शर्मा के बेटे अनिल शर्मा का टिकट लगभग तय माना जा रहा है. उनके नाम की भी औपचारिक घोषणा का इंतजार किया जा रहा है.
शर्मा ने पिछला चुनाव 16 हजार वोटों के अंतर से जीता था
सरदारशहर को कांग्रेस के दबदबे वाली सीट माना जाता है. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के भंवरलाल शर्मा ने करीब 16 हजार वोटों के बडे अंतर से प्रतिद्वंदी को शिकस्त दी थी. वहीं अगर 2013 के विधानसभा चुनाव पर नजर डाले तो उस चुनाव में मोदी लहर होने के बावजूद कांग्रेस के भंवरलाल शर्मा करीब 7 हजार वोटों के मार्जिन से विधानसभा चुनाव जीते थे. उससे पहले अशोक पींचा 2008 से 2013 तक सरदारशहर विधानसभा सीट से बीजेपी के विधायक रहे. आपके शहर से (जयपुर) राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश उत्तराखंड हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब जयपुर जयपुर अजमेर उदयपुर कोटा अलवर चित्तौड़गढ़ चूरू जैसलमेर जोधपुर झालावाड़ झुंझुनूं टोंक डूंगरपुर दौसा धौलपुर नागौर पाली पुष्कर प्रतापगढ़ बांसवाड़ा बाड़मेर बारां बीकानेर भरतपुर भीलवाड़ा राजसमन्द सवाई माधोपुर सीकर हनुमानगढ़ सिरोही बूंदी करौली जालोर श्रीगंगानगर
पत्नी के भाग जाने से आहत हुआ पति सुसाइड करने चढ़ा टॉवर पर, मंत्री पहुंची मौके पर और फिर...
अहमदाबाद-उदयपुर रेलवे ट्रैक ब्लास्ट केस: आतंक फैलाने और बड़ी घटना को अंजाम देने की थी साजिश
DHOLPUR: एक ऐसी दुकान जहां साधु-संतों और असहाय लोगों को मिलता है रोजाना नि:शुल्क नाश्ता
सिक्कों के शहंशाह के रूप में जाने जाते हैं बाड़मेर के सुशील सिंघल, 150 देशों के सिक्के और नोटों का संग्रह
राजस्थान: विदेशी पावणों ने बनाए चाक पर मिट्टी के बर्तन, छाछ-राबड़ी की मनुहार से हुए अभिभूत
Nagphani temple: राजस्थान का नागफणी मंदिर जहां 450 साल से बह रहा पानी लेकिन आता कहां से है ये...
पांडवों ने कौरवों को पराजित करने लिए डूंगरपुर के इस गांव में किया था यज्ञ, जानें पूरी कहानी
गाय के आते ही पलटी किस्मत, 1 करोड़ के बंगले में रहती है ठाठ से; घर को बना दिया 'स्वर्ग'
भीलवाड़ा की कृषि उपज मंडी में काम करने वाला मजदूर पहुंचा KBC की हॉट सीट पर, जारी हुआ प्रोमो
Famous Paan: वाह! मंदिर की घंटी बजाओ पान पाओ...151 तरह के पान खिलाते हैं राजा बाबू
जयपुर एयरपोर्ट के आए अच्छे दिन: 4 साल बाद बढ़ा यात्री भार, जल्द शुरू होगी बैंकाक के लिए फ्लाइट राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश उत्तराखंड हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब जयपुर जयपुर अजमेर उदयपुर कोटा अलवर चित्तौड़गढ़ चूरू जैसलमेर जोधपुर झालावाड़ झुंझुनूं टोंक डूंगरपुर दौसा धौलपुर नागौर पाली पुष्कर प्रतापगढ़ बांसवाड़ा बाड़मेर बारां बीकानेर भरतपुर भीलवाड़ा राजसमन्द सवाई माधोपुर सीकर हनुमानगढ़ सिरोही बूंदी करौली जालोर श्रीगंगानगर
कांग्रेस उपचुनाव में पुरानी रणनीति अपनाने के मूड में है
पंडित भंवरलाल शर्मा के निधन के बाद अब कांग्रेस उनके ही परिवार को टिकट थमाकर उपचुनाव के रण को जीतना चाहती है. पूर्व में हुए उपचुनावों में भी कांग्रेस ने दिवंगत विधायकों के परिजनों को टिकट देकर अपनी सीट को बरकरार रखी थी. यहां भी कांग्रेस उसी फॉर्मूले को अपनाने के मूड में दिखाई दे रही है. कांग्रेस एक बार फिर सहानुभूति लहर की पर सवार होकर अपनी सीट को बनाए रखने के मूड में है.
उपचुनावों में सहानुभूति की लहर काफी प्रभावशाली रही है
इस विधासनसभा काल में राजस्थान में हुए उपचुनाव के इतिहास को देखें तो दोनों ही प्रमुख पार्टियों के बीच सहानुभूति की लहर काफी प्रभावशाली रही है. हालांकि बीजेपी ने धरियावद विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान दिवंगत विधायक के परिजनों को टिकट नहीं दी थी. उसका खामियाजा भी पार्टी को भुगतना पड़ा और बीजेपी का आधिकारिक प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहा था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी|
Tags: BJP Congress, Churu news, Jaipur news, Rajasthan news, Rajasthan PoliticsFIRST PUBLISHED : November 15, 2022, 08:56 IST