महिला को प्रेगनेंसी के दौरान लगी लत ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों के उड़े होश!

महोबा जिले की रहने वाली यह महिला 25 साल की है और उनके 3 बच्चे भी हैं. जब महिला की दूसरी प्रेगनेंसी हुई तो उन्होंने बाल खाने शुरू कर दिए.

महिला को प्रेगनेंसी के दौरान लगी लत ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों के उड़े होश!
विकाश कुमार/ चित्रकूट: यहां के एक हॉस्पिटल में एक महिला के पेट से 2 किलो बाल निकलने का  मामला सामने आया है. जिससे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. मामला चित्रकूट के जानकीकुंड अस्पताल का है. महोबा जिले की रहने वाली एक महिला के ऑपरेशन के दौरान पेट से दो किलो से ज्यादा बाल का बाल का गुच्छा निकला है. जिसे देख डॉक्टर भी हैरान रह गए. आप को बता दें की महोबा जिले की रहने वाली यह महिला 25 साल की है और उनके 3 बच्चे भी हैं. जब महिला की दूसरी प्रेगनेंसी हुई तो उन्होंने बाल खाने शुरू कर दिए. महिला को बाल खाने की लत इस कदर बढ़ गई थी की वो अपने बाल खाने के साथ-साथ दूसरों के बाल भी बीनकर खा लेती थी. जिससे महिला के पेट में बाल का गुच्छा जमा हो गया. पेट दर्द को किया नजरअंदाज महिला की दूसरी डिलेवरी भी हो गई. इसके बाद वो तीसरी बार मां बनी. कभी-कभी उन्हें पेट में दर्द होता था. लेकिन वह समझ नई पाई कि उसकी यह बुरी आदत उसे भारी पड़ने वाली है. महिला को जब दर्द हद से ज्यादा बढ़ गई तो उन्होंने बांदा में अपना इलाज कराया. लेकिन उसे दर्द से ज्यादा राहत नहीं मिली. दो किलो से ज्यादा मात्रा में पेट से निकला बाल का गुत्था उसने अपनी बाल खाने की बुरी आदत को भी डॉक्टर को नहीं बताया. जब तकलीफ ज्यादा बढ़ी तो महिला ने अपना इलाज चित्रकूट के जानकीकुंड अस्पताल में कराया. यहां डॉक्टरों ने उसका सीटी स्कैन कराया तो वो हैरान रह गए. डॉक्टर ने महिला से सच्चाई बताने की बात कही तो पीड़ित महिला ने बाल खाने की आदत को बता दिया. जिसके बाद जानकीकुंड अस्पताल की डॉक्टर निर्मला गिहानी  ने उनका ऑपरेशन कर उसके पेट से दो किलो से ज्यादा मात्रा के बाल का एक गुच्छा बाहर निकालकर उसकी जान को बचा लिया. डॉक्टर ने दी जानकारी वहीं इस मामले में जानकीकुंड अस्पताल की डॉक्टर निर्मला गिहानि का कहना है कि इस तरह की घटनाएं 1 प्रतिशत से भी कम देखा गया है. उन्होंने कहा, ‘कम उम्र की महिलाएं या मानसिक बीमारी से पीड़ित महिलाएं ऐसा करती हैं. मैंने भी अपने लाइफ में इस तरफ के तीन केसे देखे हैं. जिसमे एक 9 साल का बच्चा था और एक 18 साल की लडकी थी और यह तीसरा केस 25 साल की लेडीज का है. इस महिला ने दूसरे प्रेगनेंसी के बाद बाल खाना शुरू कर दिया था. और जब बच्चा हो जाता था तो बंद कर देती थी. जब इसको दर्द हुआ तो उसने इलाज कराया और अल्ट्रासाउंड में भी नहीं आया था. सीटी स्कैन से इसका पता चला. अब महिला पूरी तरह फिट हैं. Tags: Local18, Pregnant womanFIRST PUBLISHED : May 29, 2024, 11:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed