सुल्तानपुर के इस रिसायत का है समृद्धशाली इतिहास मिटने के कगार पर है वजूद

सुल्तानपुर में विभिन्न कुलों के राजपूत परिवारों का स्वामित्व अधिकांश भूमि पर था. इनके पास कुल भूमि क्षेत्र का 76.16 प्रतिशत था. उनमें से राजाओं का जिले के एक चौथाई हिस्से पर अधिकार था .हालांकि दियरा रियासत के वंशजों में कुछ लोग अभी हैं, लेकिन उन्होंने अपने आवास को सूबे की राजधानी लखनऊ में स्थापित कर लिया है. अब यह किला खंडहर में तब्दील होने लगा है.

सुल्तानपुर के इस रिसायत का है समृद्धशाली इतिहास मिटने के कगार पर है वजूद
सुल्तानपुर. उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में लंभुआ तहसील के अंतर्गत एक दियरा रियासत है. जिसने आजादी के समय भारत की स्वतंत्रता में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था. साथ ही दियरा फोर्ट सुल्तानपुर के पर्यटक स्थलों में से एक है. ऐतिहासिक दृष्टिकोण से दियरा किले का अतीत अत्यंत गौरवशाली और महिमामंडित रहा है.  पुरातात्विक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तथा भौगोलिक दृष्टिकोण से दियरा का अपना विशिष्ट स्थान है. परिवर्तन के शाश्वत नियम के अनेक झंझावातों के बावजूद इसका अस्तित्व अक्षुण्य रहा है. हालांकि वर्तमान में इस किले का वजूद मिटने की ओर अग्रसर है. राजपूत थे दियरा के राजा अतीत में सुल्तानपुर में विभिन्न कुलों के राजपूत परिवारों का स्वामित्व अधिकांश भूमि पर था. इनके पास कुल भूमि क्षेत्र का 76.16 प्रतिशत था. उनमें से राजाओं का जिले के एक चौथाई हिस्से पर अधिकार था.  साथ ही उनके रिश्तेदारों, बचगोटीस और रजवाड़ों का क्रमश: 11.4 और 3.4 प्रतिशत पर अधिकार था. राजघराने लगभग पूरे अल्देमऊ के मालिक थे. जिसका मुख्य दियरा का राजा था, जो कि राजपूत परिवार से ताल्लुक रखते थे. जिवनारायण के वंशजों ने किया था स्थापित सुल्तानपुर की अधिकांश भूमि पर राज साह का आधिपत्य था. राज साह के तीन बेटे, ईश्री सिंह, चक्रसेन सिंह और रुप चंद थे. ईश्री सिंह से नौ पीढ़ियों के बाद बिजय चंद आए, जिनके तीन बेटे थे. हरकरन देव, जीत राय और जिव नारायन. जिव नारायन के उत्तराधिकारी दियरा के राजा थे. जिव नारायन के चौथे वंशज ने गोमती में राजाओं के छः उपनिवेशों में से पहले का नेतृत्व किया और नदी के तट पर दियरा में खुद को स्थापित किया. यह घराना सुलतानपुर के बचगोटीस की मुख्य शाखाओं में से एक बन गया. खंडहर में तब्दील हो चुका है दियरा फोर्ट हालांकि दियरा रियासत के वंशजों में कुछ लोग अभी हैं, लेकिन उन्होंने अपने आवास को सूबे की राजधानी लखनऊ में स्थापित कर लिया है और किले को छोड़ दिया है. जिससे पूरा किला धीरे-धीरे टूटकर गिर रहा है और खंडहर में तब्दील हो रहा है. यहां आपको मादक पदार्थों की डिब्बियां, शराब की बोतलें आदि अश्लील सामग्री देखने को मिल जाएगी. दियरा रियासत का ताल्लुक भारत की आजादी से भी रहा है. जिसमें दियरा किले का महत्वपूर्ण योगदान था. हालांकि कुछ लोग दियरा रियासत को अंग्रेज परस्त भी मानते हैं. Tags: Local18, Sultanpur news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 8, 2024, 18:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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