नोएडा-गुरुग्राम में लोगों के पास आया पैसा खरीद डाले ऐसे घर 2024 में दिखा

गुरुग्राम, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रॉपर्टी में नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है. साल 2024 की पहली तिमाही में इन शहरों में डेढ़ करोड़ रुपये से ऊपर के लग्‍जरी फ्लैटों की बिक्री में 40 फीसदी से ज्‍यादा की बढ़ोत्‍तरी देखी गई है.

नोएडा-गुरुग्राम में लोगों के पास आया पैसा खरीद डाले ऐसे घर 2024 में दिखा
2024 की पहली तिमाही में रियल एस्टेट में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. क्रेडाई एनसीआर की हालिया क्वार्टरली रिपोर्ट के अनुसार, लक्जरी हाउसिंग की बिक्री में साल-दर-साल 40% की वृद्धि हुई है, जबकि किफायती हाउसिंग में 20% की गिरावट दर्ज की गई है. विशेष रूप से 1.5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य वाले घरों की बिक्री में भी बढ़ोतरी देखी गई है. लग्‍जरी घरों की खरीद में दिल्‍ली-एनसीआर के तीन शहर, गुड़गांव, नोएडा और ग्रेटर नोएडा टॉप ट्रेंड में रहे हैं. देखा जा रहा है कि लक्जरी हाउसिंग मार्केट में इस बढ़ोतरी के कई कारण हैं, जैसे बढ़ती आय और उच्च-स्तरीय घरों की बढ़ती मांग. लोग अब लक्जरी घरों को निवेश के रूप में देख रहे हैं. नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुरूग्राम लक्ज़री हाउसिंग के प्रमुख केंद्र बन गए हैं, जहां आधुनिक सुविधाएं और प्रीमियम जीवनशैली उपलब्ध हैं. ये भी पढ़ें  गुड़गांव से बस 30 मिनट दूर, 2-3 बीएचके नहीं, विला का हब बन रहा ये शहर, कीमत भी काफी कम.. प्रतिष्ठा का प्रतीक बन रहे लक्जरी घर क्रेडाई एनसीआर के प्रेजिडेंट मनोज गौड़ का कहना है कि लक्जरी रेजिडेंस की मांग बढ़ी है क्योंकि अमीर खरीदार आधुनिक सुविधाओं वाले उच्च-स्तरीय घरों की तलाश में हैं. ये घर केवल लक्जरी ही नहीं, बल्कि प्रतिष्ठा का प्रतीक भी हैं. देश की आर्थिक वृद्धि, सामान्य समृद्धि और बड़े घरों की प्राथमिकता कुछ प्रमुख कारक रहे हैं. इसके अलावा, मांग-आपूर्ति में कोई असंतुलन नहीं है, और प्रमुख डेवलपर्स ने इन मांगों को पूरा करने के लिए कई परियोजनाएं शुरू की हैं. इसके अलावा, NRI से निवेश ने भी इस वृद्धि को बढ़ावा दिया है, जिससे लक्जरी घर न केवल प्रतिष्ठा के प्रतीक बल्कि आकर्षक निवेश उपकरण भी बन गए हैं. 2024 के शुरुआती तीन महीनों में 1.5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य वाले आवासीय यूनिट्स की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो उच्च-मूल्य वाली प्रॉपर्टीज के प्रति बढ़ती रुचि को दर्शाता है. यह प्रवृत्ति विशेष रूप से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुरूग्राम में देखी गई है, जहां खरीदार विशाल, अच्छी तरह से स्थित और सुविधाओं से भरपूर रेजिडेंस को प्राथमिकता दे रहे हैं. इसके विपरीत, किफायती हाउसिंग सेगमेंट में 20% की गिरावट आई है. आर्थिक अनिश्चितताएं और बदलती खरीदार रुचियों ने इस गिरावट में योगदान दिया है. संभावित खरीदार बेहतर निवेश के अवसर और उन्नत जीवन के अनुभव की तलाश में हैं, जिससे किफायती हाउसिंग सेगमेंट में शिफ्ट हो रहा है. 2024 की पहली तिमाही में बिक्री का डेटा आंकड़ों के अनुसार 2023 में लगभग 4,000 लक्ज़री यूनिट्स बेची गईं, जबकि 2022 में यह संख्या 1,600 थी. 2024 में यह संख्या बढ़कर 8,200 हो गई, जो कुल बिक्री का 11% है. प्रमुख शहरों में बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली एनसीआर शामिल हैं. किफायती घरों की मांग में गिरावट 2024 की पहली तिमाही में किफायती घरों (50 लाख रुपये से कम) की मांग में गिरावट आई. कुल आवासीय बिक्री का केवल 15% हिस्सा किफायती हाउसिंग का था. 2022 में यह हिस्सा 27% था, जो 2023 में घटकर 18% और 2024 में 15% हो गया. दिल्ली एनसीआर में बिक्री 2024 की पहली तिमाही में दिल्ली NCR में कुल 10,060 आवासीय यूनिट्स बिकीं, जो 2023 की तुलना में 164% की वृद्धि है. किफायती हाउसिंग का कुल बिक्री में केवल 15% हिस्सा था. 2024 में लक्जरी हाउसिंग में बड़ी वृद्धि हुई है, जबकि किफायती हाउसिंग में गिरावट आई है. बदलते उपभोक्ता रुझानों और बाजार की गतिशीलता ने लक्जरी और किफायती हाउसिंग में अंतर पैदा किया है. ये भी पढ़ें  5 साल में 50% बढ़ गईं मकानों की कीमतें, दिल्‍ली-NCR के साथ ये शहर सबसे महंगा, नई रिपोर्ट में खुलासा Tags: Delhi gurugram, Greater Noida Latest News, Gurgaon S07p09, Gurugram, Property, Property marketFIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 11:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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