नारायण साकार के दौसा दरबार में ज्यादातर महिलाएं ही आती थीं जानें हालात

Dausa News : हाथरथ भगदड़ केस के बाद चर्चा में आए भोले बाबा नारायण साकार के दौसा आश्रम में महिला सुरक्षा सेवादारों के सैंकडों प्रवेश फार्म बिखरे पड़े हैं. यहां बाबा के इस दरबार में होने वाले सत्संग से स्थानीय लोग परेशान थे. जानें नारायण साकार के इस दरबार के क्या हैं हालात.

नारायण साकार के दौसा दरबार में ज्यादातर महिलाएं ही आती थीं जानें हालात
दौसा. उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे के बाद चर्चा में आए भोले बाबा नारायण साकार का राजस्थान के दौसा में स्थित दरबार स्थल भी सुर्खियों में बना हुआ है. भोले बाबा के दौसा में दरबार स्थल पर महिला सुरक्षा सेवादारों के सैंकडों प्रवेश फार्म बिखरे पड़े हैं. इन फार्म पर सुरक्षा सेवादार लिखा है. इन फार्म पर महिलाओं की तस्वीरें और डिटेल लिखी है. फार्म पर सेवादारों की श्रेणियां बनी हुई हैं और मुहर लगी है. बाबा का यहां दरबार पेपर लीक माफिया हर्षवर्धन के घर पर चलता था. इन फार्मों पर मानव‌ मंगल सद्भावना समागम समिति टुंडला, जनपद फिरोजाबाद की मुहर लगी है. हर फार्म‌ पर मुख्य सेवादार की मुहर भी लगी हुई है. इनमें अधिकतर सुरक्षा सेवादार महिलाएं उत्तर प्रदेश की हैं. श्रद्धालु भी अधिकतर महिलाएं हैं. खुद को नारायण का अवतार बताने वाले भोले बाबा के दौसा में पेपर लीक माफिया के घर पर बने दरबार में महिला सुरक्षा सेवादारों गाड़ियों की वीआईपी एंट्री के दस्तावेज बिखरे पड़े हैं. यहीं पर पेपर लीक माफिया हर्षवर्धन का आईडी कार्ड भी पड़ा है. आश्रम में आक्सीजन सिलेंडर भी रखे हैं. सुरक्षा गार्ड आने जाने वाली आईडी चेक करते थे दौसा में पेपर लीक माफिया हर्षवर्धन के घर पर भोले बाबा के दरबार से इस कॉलोनी के लोग खासा परेशान थे. स्थानीय वाशिंदों का कहना है कि दरबार के वक्त कॉलोनी की सड़क सील कर दी जाती थी. बाबा के सुरक्षा गार्ड आने जाने वाली आईडी चेक करते थे. इस पर कॉलोनी के लोगों ने नाराजगी भी जताईं थी. लोगों का कहना है कई मंत्री और अफसर बाबा से मिलने आते थे. बाबा के सत्संग में ज्यादातर महिलाएं ही आती थी. अभी भी दरबार का टेंट लगा हुआ है उल्लेखनीय है कि दौसा में पेपर माफिया हर्षवर्धन के घर पर लगता भोले बाबा का दरबार लगता था. हर्षवर्धन के घर पर पुलिस ने चार महीने पहले दबिश दी थी. उस समय बाबा का दरबार शुरू होने वाला था. लेकिन एसओजी ने इस दरबार को सील कर दिया. उसके बाद से वहां घर के बाहर एक बोर्ड टांग दिया कि बाबा स्वास्थ्य लाभ के लिए बाहर हैं. वहां अभी भी दरबार का टेंट लगा हुआ है. एसओजी ने इसी घर और दरबार पर दबिश देकर पेपर लीक के दस्तावेज बरामद किए थे. एसओजी ने बीते 20 फरवरी को पेपर माफिया हर्षवर्धन को गिरफ्तार किया तब से बाबा यहां नहीं आया. Tags: Dausa news, Hathras Case, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : July 4, 2024, 13:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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