BAP ने घोषित किए चौरासी और सलूंबर सीट पर प्रत्याशी क्या कांग्रेस करेगी गठबंधन

Rajasthan Upchunav: राजस्थान में सात विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए भारत आदिवासी पार्टी (BAP) ने सबसे पहले दो सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. इनमें चौरासी सीट पर अनिल कटारा और सलूंबर से जितेश कटारा को प्रत्याशी बनाया गया है.

BAP ने घोषित किए चौरासी और सलूंबर सीट पर प्रत्याशी क्या कांग्रेस करेगी गठबंधन
कपिल श्रीमाली/ जयेश पंवार. उदयपुर. राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारत आदिवासी पार्टी ने मेवाड़ इलाके की दोनों सीटों चौरासी और सलूंबर के लिए अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. इनमें चौरासी सीट पर चिखली ब्लॉक के अनिल कटारा को चुनाव मैदान में उतारा गया है. वहीं सलूंबर सीट से जितेश कटारा पर एक बार फिर विश्वास जताया गया है. बाप की ओर से मेवाड़ की दोनों सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए जाने के बाद अब यहां नजरें कांग्रेस पर टिक गई हैं. कांग्रेस यहां बाप से गठबंधन करेगी या फिर अपने प्रत्याशी उतारेगी. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने आदिवासी बाहुल्य बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट के लिए बाप पार्टी से गठबंधन किया था. इस इलाके में भारत आदिवासी पार्टी तेजी से उभर रही है. चौरासी सीट तो पहले भी बाप के पास थी. चौरासी विधायक राजकुमार रोत वहां से विधायक थे. लेकिन बाद में राजकुमार ने लोकसभा चुनाव लड़ा और सांसद बन गए थे. इसके कारण यह सीट रिक्त हो गई थी. सलूंबर भी आदिवासी बाहुल्य सीट है. वह बीजेपी के कब्जे में थी. लेकिन वहां के विधायक अमृतलाल मीणा का अचानक निधन हो जाने से वह सीट खाली हो गई थी. वहां पिछले विधानसभा चुनावों में बाप काफी अच्छा प्रदर्शन किया था. सलेक्शन प्रणाली से चुने गए हैं प्रत्याशी भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने बताया कि आदिवासी पार्टी की सलेक्शन प्रणाली के तहत वोटिंग की गई. उसमें चौरासी सीट के लिए अनिल कटारा को सबसे ज्यादा वोट मिले. इसके बाद अनिल कटारा (38) के चौरासी विधानसभा सीट से बीएपी के प्रत्याशी के तौर पर नाम की घोषणा कर दी गई है. अनिल कटारा आदिवासी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं. वे चिखली क्षेत्र में भारत आदिवासी पार्टी से जिला परिषद सदस्य हैं. भारत आदिवासी पार्टी से प्रत्याशी अनिल कटारा सबसे पहले 2016 में भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा से जुड़े थे. वे मोर्चा के प्रदेश प्रचारक रहे हैं. जिला परिषद सदस्य का चुनाव जीत चुके हैं अनिल कटारा पढ़ाई के दौरान वे आदिवासी विचारधारा वाली पार्टी से जुड़े. इस बीच 2017 में पिता शंकरलाल कटारा का निधन हो गया. पारिवारिक बोझ भी अनिल कटारा पर आ गया. लेकिन वे अपनी पढ़ाई के साथ ही पार्टी के लिए सक्रिय रहे. उनकी मां कांता देवी गृहिणी है. अनिल कटारा ने एमए बीएड किया है. 2 बार रीट का एग्जाम भी दिया. एक बार 60 पर्सेंट से ज्यादा मार्क्स आए. इसके बाद कटारा ने भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) से जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ा. कुंआ वार्ड से जिला परिषद सदस्य का चुनाव जीते थे. जितेश कटारा ने पिछले चुनाव में 51 हजार वोट लिए थे वहीं बीएपी ने सलूंबर विधानसभा उपचुनाव में जितेश कटारा पर एक बार फिर विश्वास जताया है. जितेश कटारा पिछले चुनाव में 51 हजार वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे. जितेश 2023 विधानसभा चुनावों में हार गए थे. जितेश भारत आदिवासी पार्टी के सामाजिक विंग के कार्यकर्ता हैं. जितेश पिछले कई वर्षों से सराड़ा इलाके में छात्र राजनीति में सक्रिय रहे हैं. वे युवाओं को अपने साथ जोड़ने और आदिवासी पार्टी को छात्र राजनीति में आगे बढ़ाने में सफल रहे हैं. बीएपी ने एक बार फिर उन्हीं पर भरोसा जताया है. Tags: Assembly by election, Dungarpur news, Rajasthan news, Rajasthan Politics, Udaipur newsFIRST PUBLISHED : October 19, 2024, 13:18 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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