क्‍या पाकिस्तान के अगले राष्ट्रपति बनेंगे जनरल बाजवा क्‍या है प्‍लानिंग जानें सबकुछ

पाकिस्तानी फौज के जनरल बाजवा पाकिस्तान (Pakistan) के अगले राष्ट्रपति बन सकते हैं. जनरल बाजवा ने इस बाबत शतरंज की बिसात पर अपने मोहरे बिछा दिए है और इसके पहले चरण में वो अगले महीने में अपनी पसंद का पाकिस्तान का नया फौजी जनरल बनवायेंगे.

क्‍या पाकिस्तान के अगले राष्ट्रपति बनेंगे जनरल बाजवा क्‍या है प्‍लानिंग जानें सबकुछ
नई दिल्‍ली. पाकिस्तानी फौज के जनरल बाजवा (General Qamar Javed Bajwa) पाकिस्तान (Pakistan) के अगले राष्ट्रपति बन सकते हैं. जनरल बाजवा ने इस बाबत शतरंज की बिसात पर अपने मोहरे बिछा दिए है और इसके पहले चरण में वो अगले महीने में अपनी पसंद का पाकिस्तान का नया फौजी जनरल बनवायेंगे. पाकिस्तान में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव मार्च 2023 में होना है. जनरल बाजवा पिछले दिनों अमेरिका की यात्रा पर गए थे. इस यात्रा के दौरान उन्होंने पेंटागन में मौजूद अपने आकाओं को पाकिस्तान की पूरी राजनीतिक स्थिति के बारे में जानकारी दी. साथ ही पाकिस्तान में चीन के बड़े प्रभाव के बाबत भी अपनी रिपोर्ट दी. सूत्रों ने बताया कि बाजवा ने अपने इस प्लान के दौरान अपने आकाओं को बताया कि यदि उन्हें पाकिस्तान का राष्ट्रपति बनाया जाता है तो किसी भी हालत में यह साबित नहीं हो पाएगा कि पाकिस्तान में डिक्टेटरशिप वापस लौट रही है. सूत्रों ने बताया कि बाजवा के प्लान में प्रधानमंत्री का पद भी मौजूद है लेकिन प्रधानमंत्री के पास केवल पाकिस्तान के आंतरिक मामले निपटाने का ही अधिकार होगा जब कि नए राष्ट्रपति के पास विदेशी मामले और पाकिस्तानी फौज का प्रभार रहेगा. इसके लिए उन्हें पाकिस्तानी राष्ट्रपति की शक्तियों में भी परिवर्तन करना होगा और इसके पहले चरण के तहत वे नवंबर महीने में अपनी पसंद का नया फौजी जनरल बनवायेंगे जिससे उनका कोई विरोध ना कर सके. सूत्रों में बताया कि अमेरिका भी पाकिस्तान में चीन की बढ़ती हुई ताकत से खासा परेशान है. चीन एक तरफ लंबा कर्ज देकर पाकिस्तान को धीरे-धीरे अपनी मुट्ठी में कर रहा है, वहीं उसके अनेक प्रोजेक्ट पाकिस्तान में लगातार चल रहे हैं. ऐसे में अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान में कोई ऐसा पावरफुल शख्स राष्ट्रपति बन जाए जो उनके इशारों पर काम करे. कौन बनेगा पाकिस्तानी फौज का नया जनरल जनरल बाजवा अपनी जगह अपने पसंदीदा लेफ्टिनेंट जनरल को बनाना चाहते हैं. नए सेना प्रमुख की दौड़ में शामिल है लेफ्टिनेंट जनरल साहिल शमशेद मिर्जा, लेफ्टिनेंट जनरल फ़ैज़ अहमद, लेफ्टिनेंट जनरल नुमान महमूद रजा, लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास. इनमें साहिल शमशेर मिर्जा सिंध रेजीमेट के हैं और पंजाब के निवासी हैं. सितंबर 2015 से अक्टूबर 2018 तक डीजीएमओ रह चुके हैं. साथ ही 40 इन्फेंट्री डिविजन के डिवीजन जीओसी भी रह चुके हैं. 10 कोर कमांडर रहते हुए मिलिट्री इंटेलिजेंस और राजनेताओं के खास भी बताए जाते हैं. कोई शिया मुस्लिम पाकिस्तानी फौज का प्रमुख नहीं बन सका  लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास बलूच रेजीमेंट के हैं और पिंडी पंजाब के रहने वाले हैं. चीफ ऑफ जनरल स्टाफ रह चुके हैं. साथ ही 10 कोर कमांडर भी रहे हैं, लेकिन वह डीजीएमओ कभी नहीं रहे. जब यह 12वीं इन्फैंट्री डिवीजन के जीओसी थे तो भारतीय सीमा में भारतीय फौजियों के खिलाफ दो बैट एक्शन माछिल और पुंछ सेक्टर में कराए गए. इसके अलावा बड़े पैमाने पर इन्होंने भारतीय सीमा में घुसपैठ भी कराई. पूर्व पाकिस्तानी जनरल साहिल शरीफ के पर्सनल सेक्रेटरी भी तैनात रहे. नवंबर 2013 से नवंबर 2016 तक… लेकिन इनका सबसे बड़ा नेगेटिव प्वाइंट यह की पाकिस्तानी फौज का आज तक कोई शिया मुस्लिम प्रमुख नहीं बना है. अजहर अब्बास शिया मुस्लिम है. जनरल फ़ैज़ अहमद के नाम की चर्चा  लेफ्टिनेंट जनरल अहमद बलूच रेजिमेंट के हैं और रावलपिंडी पंजाब के रहने वाले हैं वर्तमान में नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट है. वह आई एस आई निदेशालय में डीजी इंटेलिजेंस और एनालिसिस के पद पर भी तैनात रह चुके हैं. लो प्रोफाइल से ऊपर आए अधिकारी हैं लेकिन वर्तमान की पोस्टिंग काफी नीचे बताई जाती है. लेफ्टिनेंट जनरल फ़ैज़ अहमद बलूच रेजीमेंट के हैं चकवाल पंजाब के रहने वाले हैं और इस समय बहावलपुर कॉर्प्स कमांडर हैं. यह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई में जून 2019 से अक्टूबर 2021 तक महानिदेशक के पद पर रह चुके हैं इसके अलावा 16 इन्फैंट्री डिवीजन के जीओसी भी रह चुके हैं 10 कॉर्प्स कमांडर भी रह चुके हैं जनरल बाजवा खुद 10 कॉर्प्स कमांडर थे. जनरल बाजवा के चीफ ऑफ स्टाफ भी रहे हैं और बाजवा से इन के बेहतरीन संबंध बताए जाते हैं. इसके अलावा अफगानिस्तान में इनका बेहद महत्वपूर्ण रोल रहा है और पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टी की टीटीपी से गहरे संबंध बताए जाते हैं. स्थानीय लोगों की निगाहों में भी हीरो बताए जाते हैं लेकिन राजनीतिक कंट्रोवर्सी में लगातार रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक़ बाजवा इन में से तीन लोगों के साथ लगातार बैठक रहे हैं और जल्द ही इनमें से एक नाम पर वह अपनी मेहर लगा देंगे. सूत्रों को कहना है कि बाजवा किसी भी नाम पर मोहर लगाने के पहले पूरी तरह से ठोक बजाकर देख लेना चाहते हैं कि कौन उनके राष्ट्रपति प्लान में कितना कारगर साबित होगा. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Pakistan, Pakistan Army GeneralFIRST PUBLISHED : October 25, 2022, 17:39 IST