कोरोना की दूसरी लहर में बंद हुए 20 हजार स्कूल बड़ी संख्या में निजी स्कूलों के शिक्षकों ने गंवाई नौकरी देखें रिपोर्ट
कोरोना की दूसरी लहर में बंद हुए 20 हजार स्कूल बड़ी संख्या में निजी स्कूलों के शिक्षकों ने गंवाई नौकरी देखें रिपोर्ट
Corona wave 20 thousand schools closed : भारत में स्कूली शिक्षा के लिए एकीकृत जिला शिक्षा सूचना प्रणाली प्लस (UDISE Plus) की 2021-22 की रिपोर्ट बताती है कि देश भर में कोविड-19 की दूसरी लहर ने भारत के 20000 से स्कूलों पर ताला लगवा दिया. यह आंकड़ा देश भर के कुल स्कूल का एक फीसद है. इसमें बड़ी संख्या में निजी स्कूलों के शिक्षकों की नौकरी चली गई तो वहीं बच्चों के अभिभावकों ने आर्थिक तंगी में नाम कटवाकर बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूल में करा दिया.
हाइलाइट्सराजस्थान में 1197 निजी स्कूल बंद, 31 हजार शिक्षकों की आई कमीशिक्षा मंत्रालय ने जारी की UDISE रिपोर्ट
नई दिल्ली. कोविड अपने साथ बहुत कुछ लेकर गया है. कोरोना संक्रमण का दुनिया ने हर तरह का नुकसान झेला. इसका बच्चों की शिक्षा पर भी व्यापक असर पड़ा है. भारत में स्कूली शिक्षा के लिए एकीकृत जिला शिक्षा सूचना प्रणाली प्लस (UDISE Plus) की 2021-22 की रिपोर्ट बताती है कि देश भर में कोविड-19 की दूसरी लहर ने भारत के 20000 से स्कूलों पर ताला लगवा दिया, यह आंकड़ा देश भर के कुल स्कूल का एक फीसद है. इससे बड़ी संख्या में निजी स्कूलों के शिक्षकों की नौकरी चली गई. करीब 1.89 लाख शिक्षक यानी कुल संख्या के दो फीसद फीसद कार्यबल से बाहर हो गए. इतना ही नहीं आर्थिक तनाव के चलते महामारी के पहले साल की तुलना में दूसरे साल करीब दोगुना छात्रों ने निजी स्कूल से नाम कटवाकर सरकारी स्कूल में दाखिला ले लिया.
रिपोर्ट के मुताबिक स्कूलों की संख्या 2020-21 में 15.09 लाख थी जो 2021-22 में घटकर 14.89 लाख दर्ज हुई. शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा यूडीआईएसई की गिनती की प्रबंधन करने के बाद से स्कूल की गिनती में यह दूसरी गिरावट है. इसके पहले 2018-19 में गिरावट दर्ज की गई थी. रिपोर्ट यह भी बताती है कि छात्रों का निजी से सरकारी स्कूल में जाने का सिलसिला भी पिछले वित्त वर्ष में ज्यादा गहराया, आर्थिक नुकसान की वजह से कई लोगों की नौकरियां चली गईं. वेतन में कटौती हुई, जिसका असर शिक्षा पर भी पड़ा, और जहां इस दौरान सरकारी स्कूलों में दाखिले का आंकड़ा 83.35 लाख तक बढ़ा उछाल आया वहीं निजी स्कूलों में यह 68.85 लाख तक कम दर्ज हुआ.
एमपी में 24 फीसद निजी स्कूल पूरी तरह से बंद ही हो गए
अगर राज्यों की बात की जाए तो मध्यप्रदेश में करीब 6,457 सरकारी स्कूल (सरकारी स्कूल का कुल ड्रॉप 66.82 फीसद) और 1167 निजी स्कूल की ड्राप दर रही. वहीं करीब 24 फीसद निजी स्कूल पूरी तरह से बंद ही हो गए. यह आंकड़ा राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में सबसे अधिक है. शिक्षकों की बात की जाए तो देश भर में उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, और गोवा को छोड़कर बाकी सभी जगह 2020-21 की तुलना में 2021-22 में कम शिक्षक थे, वहीं 2019-20 और 20-21 में शिक्षकों की श्रेणी में 8848 का इजाफा और स्कूलों की संख्या में 1428 की बढोतरी दर्ज की गई थी.
राजस्थान में 1197 निजी स्कूल बंद, 31 हजार शिक्षकों की आई कमी
हाल की रिपोर्ट बताती है कि राजस्थान में 1197 निजी स्कूल बंद हुए और करीब 31,148 शिक्षकों की कमी दर्ज की गई जो अब तक की सबसे बड़ी कमी है. अगर यहां के सरकारी स्कूलों की बात की जाए तो उनके कमी का आंकड़ा 135 रहा. ओडिशा में स्कूलों के घटने की संख्या 1984 थी जिसमें 289 निजी थे, वहीं 24,638 शिक्षकों की कमी दर्ज हुई, इसी तरह कर्नाटक (22937), पंजाब (21940), बिहार (18643), असम (17397) और गुजरात( 10687) इसके साथ ही उन राज्यों में भी शिक्षकों की कमी दर्ज की गई जहां कई स्कूल बंद नहीं हुए हैं.
शिक्षा मंत्रालय ने जारी की UDISE रिपोर्ट
U DISE रिपोर्ट शिक्षा मंत्रालय ने जारी की है. जिसमें बताया गया है कि महामारी का प्रभाव बहुत ज्यादा रहा है, खासकर युवा और छोटे बच्चों जैसे प्री-प्राइमरी कक्षा के छात्र के नामांकन पर इसका गहरा असर पड़ा. प्री-प्राइमरी में नामांकन (महिला एवं बाल कल्याण विभाग के मंत्रालय द्वारा संचालित आंगनबाड़ी को छोड़कर) में 11.5 तक कमी आई वहीं प्राथमिक स्तर पर (कक्षा 1-5) 1.79 लाख तक कमी दर्ज की गई.
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Tags: Corona Virus, New Delhi news, Private schoolsFIRST PUBLISHED : November 04, 2022, 17:16 IST