करोड़पति बनने की गारंटी! एक बीघा में 60 क्विंटल की पैदावार 2 हजार की कीमत

कुम्हड़ा की फसल को सफेद कद्दू भी कहा जाता है. फर्रुखाबाद में इस फसल को बड़े पैमाने पर तैयार किया जाता है. ऐसे समय पर यह सफेद कद्दू की वैरायटी किसानों के लिए कमाई वाली फसल बन गई है.

करोड़पति बनने की गारंटी! एक बीघा में 60 क्विंटल की पैदावार 2 हजार की कीमत
फर्रुखाबाद: जिले के किसान परंपरागत खेती छोड़कर नई तकनीक और मशीनों के प्रयोग से नए फसल की पैदावार कर रहे हैं. ये कामों को न केवल आसान बना रहे हैं. बल्कि अब तगड़ी कमाई भी करने लगे हैं. जी हां फर्रुखाबाद के किसान अपने खेतों में कुम्हेड़ा की फसल उगा रहे है. जो मात्र चार माह में तैयार हो जाती है. फर्रुखाबाद के उत्तेपुरा गांव के निवासी युवा किसान कन्हैया लाल ने बताया कि कुम्हेडा की फसल बेहद कम लागत में तैयार हो जाती है. किसान थोड़ी सी जुताई के साथ आसानी से खेत को तैयार कर लेते हैं. वहीं किसान को कुम्हड़ा की फसल तैयार करने के साथ ही इसकी बिक्री खुद ही करते हैं.  पेठा बनाने में इसका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है. इससे जुड़ी हुई मंडी में इसकी तगड़ी डिमांड रहती है. जिसमें आगरा कानपुर बरेली की मंडियां भी शामिल है जहां पर इसको बिक्री करते हैं. कुम्हेड़ा से बंपर मुनाफा कुम्हड़ा की फसल को सफेद कद्दू भी कहा जाता है. फर्रुखाबाद में इस फसल को बड़े पैमाने पर तैयार किया जाता है. ऐसे समय पर यह सफेद कद्दू की वैरायटी किसानों के लिए कमाई वाली फसल बन गई है. कीमत की बात की जाय तो ये सात सौ रुपये से दो हजार रुपये क्विंटल की दर से बिक्री होती है. वहीं यह एक बीघा में साठ से सत्तर क्विंटल तक आसानी से निकल आती हैं. कई और चीजों में इस्तेमाल यह भी फूड होती हैं तैयार जिसमें नारियल पेठा, अंगूरी पेठा, सुखा पेठा, काजू पेठा, मीठी ब्रेड केक, ड्राई फ्रूट, हलवा सब्जी और अन्य व्यंजनों में इसका प्रयोग होता है. इस विधि से करें खेती सबसे पहले खाली पड़े खेत में गहरी जुताई करने के बाद इसमें मई के महीने में शुरुआत कर सकते हैं. पानी लगाने का समय भी निर्धारित करें इसके बाद बुवाई करने की एक सप्ताह बाद ही पहले पानी लगे और दूसरा पानी 15 दिन के अंतराल पर देते रहें. अगर बारिश हो जाए तो पानी डालने की भी कोई जरूरत नही है. जब आप इस फसल में सिंचाई करते हैं तो जैविक गोबर से तैयार की गई खाद के घोल को सिंचाई के दौरान पौधों में पहुंचा दें जिससे की फसल के पौधे तंदुरुस्त हो जाएंगे और उत्पादन भी जबरदस्त होगा. Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : July 20, 2024, 10:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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