ड्रैगन फ्रूट पर इंजीनियर ने किया कमालइस विधि से करें खेती!हो जाएंगे मालामाल
ड्रैगन फ्रूट पर इंजीनियर ने किया कमालइस विधि से करें खेती!हो जाएंगे मालामाल
अंशुल मिश्रा ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खेती करना बेहद महंगा है. ऐसे में किसान चाहते हैं कि उन्होंने जो पैसा लगाया उन्हें जल्द वापस मिले. अंशुल मिश्रा ने अब नई तकनीक ईजाद की है. जिसमें 6 से 8 महीने में किसानों को फल मिलने लगते हैं.
सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर : अगर आप छोटे किसान हैं तो आपको ड्रैगन फ्रूट की खेती करनी चाहिए. ड्रैगन फ्रूट की खेती भारत के कई हिस्सों में की जाती है. ड्रैगन फ्रूट की खेती पौधे और बीज दोनों से ही हो सकती है. बीज से खेती करेंगे तो फल आने में 4-5 साल लग सकते हैं. जबकि कलम से बनाए गए पौधे से खेती करने पर आपको 2 साल में ही फल मिलने शुरू हो जाते हैं. लेकिन शाहजहांपुर के प्रगतिशील युवा किसान ने ड्रैगन फ्रूट की नई तरीके से खेती शुरू की है. जिसमें 6 से 8 महीने में फल मिलना शुरू हो जाएंगे.
शाहजहांपुर जिले के जलालाबाद तहसील का रहने वाले अंशुल मिश्रा ने वर्ष 2019 में चेन्नई से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की पढ़ाई पूरी की. बीटेक के बाद नौकरी करने के बजाय अपने गांव लौट आया. अंशुल मिश्रा ने बताया कि 2018 में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने खेती में कुछ नया करने का मन बनाया. इसके बाद इंटरनेट पर खेती के नए-नए तरीकों को खोज की और तय किया कि वह अपनी पुश्तैनी जमीन में ड्रैगन फ्रूट की खेती करेंगे.
1600 पौधे से की थी शुरूआत
अंशुल मिश्रा ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए उन्होंने महाराष्ट्र से 1600 पौधे खरीदे और उनको अपनी एक एकड़ बंजर जमीन पर लगा दिया. इसके बाद उनको ड्रैगन फ्रूट से अच्छी कमाई होने लगी और धीरे-धीरे उन्होंने अब अपने पांच एकड़ खेत में ड्रैगन फ्रूट के करीब 25000 पौधे लगाए हैं. अंशुल मिश्रा ने बताया कि उन्होंने पिछले साल 5 एकड़ में 9 लाख रुपए के ड्रैगन फ्रूट के फल बेचे हैं.
क्या है वर्टिकल गार्डनिंग?
अंशुल मिश्रा ने बताया कि आमतौर पर पोल या रिंग मॉडल से ही ड्रैगन फ्रूट को उगाया जाता है लेकिन उन्होंने एक नया प्रयोग किया. जिसमें उन्होंने वर्टिकल गार्डनिंग भी की जिसमें दीवारों के सहारे कई लेयर में ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगाए हैं. इसके अलावा उन्होंने बाउंड्री वॉल के किनारे भी पौधे लगाकर उनसे फल ले रहे हैं.
अब 6 महीने में मिलेंगे फल
अंशुल मिश्रा ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खेती करना बेहद महंगा है. ऐसे में किसान चाहते हैं कि उन्होंने जो पैसा लगाया उन्हें जल्द वापस मिले. अंशुल मिश्रा ने अब नई तकनीक ईजाद की है. जिसमें 6 से 8 महीने में किसानों को फल मिलने लगते हैं. अंशुल मिश्रा ने बताया कि उन्होंने पिछले वर्ष नवंबर में 3 से 4 फीट के पौधे खेत में लगाए थे. जिसमें अब फल लगने की तैयारी हो गई है. अंशुल ने बताया यह विधि बेहद ही कारगर है.
.
Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : April 30, 2024, 19:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed