बरसात में गन्ने की फसल को बर्बाद कर देता है फंगस रोग किसान ऐसे करें बचाव

बागपत जिला कृषि अधिकारी बाल गोविंद यादव ने बताया कि बरसात के मौसम में फंगस की बीमारी गन्ने की फसल में अत्यधिक देखने को मिल रही है. यह एक ऐसा रोग है, जिससे पौधा सूखने लगता है और पौधे की बढ़वार बंद हो जाती है.

बरसात में गन्ने की फसल को बर्बाद कर देता है फंगस रोग किसान ऐसे करें बचाव
बागपत. बरसात में जहां किसानों की फसलों को भरपूर पानी मिल रहा है और फसलों को काफी फायदा भी पहुंच रहा है, लेकिन गन्ना किसानों के लिए बरसात के बाद गन्ने में आने वाले फंगस रोग ने किसानों के टेंशन बढ़ा दी है. यह एक ऐसा रोग है, जिसका समय पर अगर उपचार नहीं किया जाए, तो यह खेत में काफी नुकसान पहुंचाता है और फंगस लगने से पूरा पौधा सूख जाता है. जिला कृषि अधिकारी ने इसके बचाव का उपाय बताया है. बागपत जिला कृषि अधिकारी बाल गोविंद यादव ने बताया कि बरसात के मौसम में फंगस की बीमारी गन्ने की फसल में अत्यधिक देखने को मिल रही है. यह एक ऐसा रोग है, जिससे पौधा सूखने लगता है और पौधे की बढ़वार बंद हो जाती है. धीरे-धीरे वह पौधा खराब हो जाता है. यह पूरे खेत में तेजी से फैलने लगता है. इसके लिए किसान भाई समय-समय पर अपने खेत की देखरेख करते रहें. अगर कहीं भी फंगस की बीमारी दिखती है, तो उस पौधे को तुरंत  पौधे को खेत से बाहर निकाल कर मिट्टी के गड्ढे में दबा दें, जिससे यह अन्य पौधों को खराब न कर सके. इसमें सबसे पहले गन्ने की पत्तियां सूखनी शुरू होती हैं और धीरे-धीरे पूरा पेड़ सूख जाता है. यह तेजी से फैलने वाला रोग है, जिसका समय पर बचाव न होने से किसानों को काफी गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं. बाल गोविंद यादव ने बताया कि समय-समय पर किसान भाई अपने खेत में पहुंचकर गन्ने की फसल की देखरेख करें. फंगस रोग दिखता है, तो तुरंत पौधे को खेत से बाहर निकालें और मिट्टी के गड्ढे में दबा दें. वहीं कीटनाशक दवाइयों का इस पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता. इसके लिए किसानों को एंटीफंगल दवाइयों का छिड़काव करना होता है, जिससे इसकी रोकथाम होती है. लेकिन जरूरी है कि इसकी पहचान कर तेजी से इसके बचाव के उपाय करें. किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए कृषि विज्ञान केंद्र में पहुंचकर निशुल्क जानकारी प्राप्त करें. Tags: Hindi news, Local18, Sugarcane FarmerFIRST PUBLISHED : July 10, 2024, 08:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed