बीच गंगा में खड़े होकर बजा रहे थे शहनाई लोग नहीं समझ पाए माजरा सीधे भगवान

Varanasi News: वाराणसी में गंगा के बीचों-बीच खड़े होकर संगतज्ञों का एक ग्रुप शहनाई बजा रहा था. जब लोगों की इनपर नजर पड़ी तो माजरा नहीं समझ पाए. लेकिन बाद में लोगों को पता चला कि ये शहनाई इंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए बजाई जा रही है. आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला.

बीच गंगा में खड़े होकर बजा रहे थे शहनाई लोग नहीं समझ पाए माजरा सीधे भगवान
वाराणसी. उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी अपने-आप में एक अनोखा शहर है. यहां रोजाना हजारों की संख्या में लोग गंगा में डुबकी लगाने आते हैं. माया और मोक्ष की तरंगों से भरा ये शहर दुनिया के सबसे प्राचीन शहरों में माना जाता है. यहां आज भी धार्मिक आस्थाओं की जड़ें सबसे गहरी देखने को मिलती है. हाल ही में यहां लोगों ने देखा कि बीच गंगा में खड़े होकर कुछ लोग शहनाई बजा रहे थे. लेकिन इन्हें देख लोग माजरा नहीं समझ पाए. हालांकि बाद में लोगों को इसकी जानकारी मिली. दरअसल यहां भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए शहनाई का वादन किया जा रहा था. इस वादन का उद्देश्य बारिश के देवता इंद्र को प्रसन्न कर यहां जोरदार बारिश की कामना करना था. भीषण गर्मी से मुक्ति और बारिश की कामना काशी विश्वनाथ के प्रमुख शहनाई वादक महेंद्र प्रसन्ना अपने कलाकार दल के साथ वाराणसी के अस्सी घाट पर यह विदेश आयोजन किया. मां गंगा का पूजा पाठ करने के बाद सभी कलाकारों ने गंगा में उतर कर शहनाई वादन किया. पारंपरिक धुन को छेड़ शहनाई वादकों ने भगवान इन्द्र से कामना की और उनसे इस भीषण गर्मी से निजात पाने के लिए बारिश करने की गुहार लगाई. बताते चलें कि मौसम विभाग के अनुसार जल्द ही उत्तर प्रदेश में बारिश होने की संभावना है. जिससे मौसम में बदलाव भी देखा जा रहा है लेकिन उमस और गर्मी का हाल वैसे ही है, जिसके कारण अब लोग जल्द से जल्द बारिश होने की कामना कर रहे हैं. बिस्मिल्लाह खान भी वाराणसी से ही बने से शहनाई किंग वाराणसी कला और संस्कृति के संगम का शहर है. यहां कला और साधना हर गली में नजर आती है. भारत रत्न रहे शहनाई उस्ताद बिस्मिल्लाह खान भी वाराणसी में ही शहनाई सीखा करते थे. बिस्मिल्लाह खान भी वाराणसी के दिनों में गंगा स्नान कर 80 घाट पर बैठकर शहनाई बजाते और अपने संगीत को धार दिया करते थे. इसी शहर के आर्शीवाद से बिस्मिल्लाह खान को भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में शहनाई के लिए जाना गया. बिस्मिल्लाह खान भी वाराणसी की गलियों में खूब शहनाई बजाया करते थे. Tags: UP news, Varanasi Ganga Aarti, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : June 22, 2024, 18:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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