सिविल ड्रेस में करते हैं रेड अब ये आईपीएस अफसर टीम शिवदीप लांडे में हुए शामिल

Bihar IPS Transfer: पूर्णिया एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा के तबादले के बाद कार्तिकेय शर्मा को पूर्णिया जिले का पुलिस कप्तान बनाया गया है. 2014 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस बने कार्तिकेय शर्मा अब पूर्णिया रेंज के आईजी शिवदीप लांडे की टीम में शामिल होंगे. कार्तिकेय शर्मा ने बेहद ही स्मार्ट अफसर माने जाते हैं और वे सिविल ड्रेस में भी रेड करते हैं. इनसे पुलिसवाले भी डरते रहे हैं. इनसे जुड़ी दो कहानियां भी आगे पढ़िये.

सिविल ड्रेस में करते हैं रेड अब ये आईपीएस अफसर टीम शिवदीप लांडे में हुए शामिल
हाइलाइट्स नए एसपी कार्तिकेय शर्मा से है पूर्णिया जिले के लोगों को काफी उम्मीदें. एसपी कार्तिकेय शर्मा अब आईजी शिवदीप लांडे के साथ काम करेंगे. पूर्णिया. बिहार में बड़े पैमाने पर आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर हुए हैं. इस क्रम में पूर्णिया के एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा का ट्रांसफर हो गया और पूर्णिया के नए एसपी 2014 बैच के आईपीएस कार्तिकेय को पूर्णिया जिले का पुलिस कप्तान बनाया गया है. पूर्णिया बहुत बड़ा जिला है और पास में ही नेपाल बॉर्डर भी है ऐसे में नये एसपी की चुनौतियों को लेकर चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं. कार्तिकेय शर्मा की बात करें तो वह 2022-23 में शेखपुरा जिले के एसपी थे जहां बेस्ट अनुसंधान और स्पीडी ट्रायल कर अपराधी को सजा दिलाने के मामले में गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पुरस्कृत किया गया था.  इसके अलावा भी वहां उन्होंने कई तरह के कार्य किये था जिस कारण काफी चर्चा में रहे. कहते हैं कि शेखपुरा के एक थाना के दारोगा द्वारा वाहन चालकों से अवैध वसूली की शिकायत एसपी कार्तिकेय के शर्मा को मिली थी. तब वर्ष 2022 में एसपी खुद सिविल ड्रेस में बाइक से शेखपुरा जिले के कसार थाना क्षेत्र में पहुंचे. यहां कसार थाना के सहायक अवर निरीक्षक रणवीर प्रसाद वाहनों से अवैध वसूली करते थे. जब एसपी सिविल ड्रेस में वहां पहुंचे तो दारोगा ने इन्हें भी रोक लिया. इसके बाद एसपी कार्तिकेय शर्मा ने तत्काल दारोगा रणवीर प्रसाद समेत 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई भी की. यह मामला उस समय काफी सुर्खियों में रहा था. वहीं वर्ष 2023 में शेखपुरा जिले की एक शिक्षिका के इकलौते पुत्र हर्ष की हत्या के मामले में एसपी कार्तिकेय शर्मा ने त्वरित अनुसंधान कर अपराधियों को स्पीडी ट्रायल करवा कर सजा दिलवाई थी. उस समय यह मामला काफी चर्चित रहा था. इसके बाद भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने कार्तिकेय शर्मा को अनुसंधान उत्कृष्टता पदक से सम्मानित किया था. एसपी कार्तिकेय शर्मा मूल रूप से रांची के रहने वाले हैं. इनकी शिक्षा दीक्षा भी रांची में ही हुई. इन्होंने 2009 में आईआईटी खडगपुर से आईआईटी करने के बाद आईआईएम अहमदाबाद से पीजीडीएम की डिग्री हासिल की थी. इसके बाद वे 2014 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस बने. शेखपुरा जिले के बाद अब उन्हें पूर्णिया जैसे बड़े जिले की कमान मिली है, जहां उन्हें देश के चर्चित आईपीएस आईजी शिवदीप लांडे के साथ काम करने का मौका मिलेगा. ऐसे में सबकी निगाहें अब नए एसपी पर टिकी है. दरअसल पूर्णिया में काफी अपराध हो रहे हैं और इस इलाके में जिस तरह स्मैकरो का तांडव है यह बड़ी चुनौती है. बता दें कि पूर्णिया सीमांचल का एक हिस्सा है जो पश्चिम बंगाल बॉर्डर से जुड़ा  है. बंगाल और नेपाल बॉर्डर से कई तरह के नशीले पदार्थों और हथियारों की भी इस इलाके में तस्करी होती आ रही है. इन सब पर काबू पाना नए एसपी के लिए एक चुनौती भरा होगा. वहीं, वर्तमान एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा की बात करें तो उनके सौम्य व्यवहार से पुलिसकर्मी भी काफी खुश थे. बहुचर्चित तनिष्क ज्वैलरी डकैती कांड में अब तक 12 अपराधियों को जेल की सलाखों के अंदर भेज कर उन्होंने एक बड़ा काम किया. हालांकि, उसमें लूटे गए सामान अभी तक बरामद नहीं हुए हैं जो नए एसपी के लिए एक बड़ा चैलेंज होगा. Tags: Bihar News, Purnia newsFIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 14:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed