दाल चावल से बेहतर है दाल रोटी खाना कौन सा कॉम्‍बो है एनर्जी का पावरहाउस

जिन लोगों को प्रोटीन की ज्‍यादा मात्रा चाहिए उन्‍हें रोजाना दाल रोटी खानी चाहिए. गेंहू में 11 से 12 प्रतिशत प्रोटीन की मात्रा होती है. वहीं दाल चावल खाने से 20 से ज्‍यादा तरह के अमीनो एसिड्स मिलते हैं.

दाल चावल से बेहतर है दाल रोटी खाना कौन सा कॉम्‍बो है एनर्जी का पावरहाउस
Dal Chawal ya dal roti kya khana hai best: आमतौर पर भारतीय घरों में दाल-चावल और दाल रोटी दोनों ही दोपहर और शाम के भोजन में खाए जाते हैं. फिर भी बहुत सारे लोग हैं जिन्‍हें रोजाना खाने में दाल-चावल बहुत अच्छे लगते हैं या कुछ लोग सिर्फ दाल रोटी या सब्‍जी रोटी ही खाना पसंद करते हैं. हालांकि न्‍यूट्रीशन के हिसाब से देखें तो दोनों कॉम्‍बो से अलग-अलग प्रकार का और अलग-अलग मात्रा में पोषण तत्‍व मिलते हैं. लेकिन कभी आपने सोचा है कि दाल-चावल और दाल रोटी में से रोजाना क्‍या खाना ज्‍यादा अच्‍छा है? बच्‍चों को इन दोनों में से क्‍या खिलाएं कि उनकी ग्रोथ अच्‍छी हो? इन दोनों कॉम्‍बो फूड में से कौन ज्‍यादा प्रोटीन, एनर्जी और न्‍यूट्रीशन का स्‍त्रोत है. ऐसे में दाल के साथ रोटी खानी चाहिए या चावल, आइए आज आपको बताते हैं. दिल्‍ली स्थित डाइटीशियन निहारिका जैन बताती हैं कि भारत में अलग-अलग राज्‍यों का पहनावा ही नहीं बल्कि खानपान भी अलग है. यहां कई राज्‍यों में रोजाना के खाने में चावल ज्‍यादा खाया जाता है वहीं उत्‍तर भारत के राज्‍यों रोटी ही प्रमुख फूड हैं. यहां दाल या सब्‍जी के साथ रोटियां जरूर खाई जाती हैं. दाल है भोजन के लिए सबसे जरूरी वे कहती हैं कि हमें भोजन से ही एनर्जी और पोषण मिलता है. ऐसे में खान-पान का विशेष ध्‍यान रखना जरूरी है. न्‍यूट्रीशन के लिए जो सबसे जरूरी है वह है दाल, हरी पत्‍तेदार सब्जियां, सलाद और अनाज. इस अनाज में गेंहू, जौ, चना, बाजरा, ज्‍वार, चावल आदि कुछ भी अनाज हो सकता है. हालांकि आमतौर पर गेंहू और चावल ही इस्‍तेमाल हो रहा है. दाल-चावल या दाल रोटी? डायटीशियन कहती हैं कि भोजन में रोजाना दाल खाना बेहद जरूरी है और फूड हैबिट के अनुसार पसंद का कोई भी अनाज खाया जा सकता है, फिर चाहे वह चावल हो, मिलेट (Millets) हो या गेंहू हो. जिन लोगों को प्रोटीन की ज्‍यादा मात्रा चाहिए उन्‍हें रोजाना दाल रोटी खानी चाहिए. गेंहू में 11 से 12 प्रतिशत प्रोटीन की मात्रा होती है. वहीं दालों में भी प्रोटीन होती है. ऐसे में यह प्रोटीन का बेहतर सोर्स बनाते हैं. गेंहू की रोटी में फाइबर और कैलोरी भी बहुत ज्‍यादा होती है. वहीं चावल खाने में काफी हल्‍का होता है, यह आधे घंटे से 1 घंटे के अंदर पच जाता है. इसमें कार्बोहाइड्रेट के अलावा पानी की मात्रा काफी ज्‍यादा होती है, यही वजह है कि यह पेट के लिए अच्‍छा होता है. इसके साथ ही दालों के साथ मिलकर यह शरीर के लिए जरूरी करीब 20 तरह के अमीनो एसिड्स की चेन को पूरा करता है और शरीर को न्‍यूट्रिएंट्स प्रदान करता है. चावल और मूंग की दाल से बनी खिचड़ी (Khichadi) इसीलिए संपूर्ण आहार भी कहलाती है. इसलिए अगर लोग दाल (Pulses), चावल (Rice) और रोटी (Roti) तीनों चीजें रोजाना भोजन में खाते हैं तो सर्वोत्‍तम है लेकिन अगर नहीं खा पाते हैं तो इन्‍हें अलग-अलग दिन बदल बदल कर खाएं. दाल के साथ चावल और रोटी दोनों ही खाना फायदेमंद हैं. हालांकि कुछ बीमारियां हैं जिनमें ग्‍लूटेन से परेशानी होती है, ऐसे में उन लोगों को गेंहू न खाने की सलाह दी जाती है. वे जौ, चना के आटे की रोटियां खा सकते हैं. ये भी पढ़ें  मच्‍छरों का जानी दुश्‍मन, लेकिन बच्‍चों का दोस्‍त है ये पौधा, गमले में लगा लेंगे तो खुशबू से महक उठेगा घर कौन सा टूथपेस्‍ट है बेस्‍ट, खरीदने से पहले जान लें, दूध से सफेद हो जाएंगे दांत, नहीं होगी कैविटी और सड़न . Tags: Health News, Lifestyle, Pulses Price, Trending newsFIRST PUBLISHED : April 30, 2024, 17:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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