GU प्रोफेसर ने अश्वगंधा को बताया लकवा और डायबिटीज में रामबाण जानें फायदे

Ashwagandha Benefits: गोरखपुर यूनिवर्सिटी (Gorakhpur University) के प्रोफेसर डॉक्टर अभय बताते हैं कि अश्वगंधा बाजार में टैबलेट और पाउडर के रूप में बिक रहा है. लेकिन, पेड़ के जरिए अश्वगंधा के पत्तों का इस्तेमाल करने पर लकवा जैसी बीमारी से आसानी से बच सकते हैं.

GU प्रोफेसर ने अश्वगंधा को बताया लकवा और डायबिटीज में रामबाण जानें फायदे
गोरखपुर /रजत भटृ: अश्वगंधा एक ऐसी औषधि है, जिसके जरिए लकवा और शुगर जैसी बीमारियों में  राहत देने का काम करता है. गोरखपुर यूनिवर्सिटी (GU) के बॉटनी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर अभय बताते हैं कि वह अश्वगंधा पर रिसर्च कर रहे हैं. साथ ही अमेरिका, जापान, चीन और अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के बीच इस पर काम करने के लिए उन्हें प्रशंसा भी मिली है. डॉक्टर अभय बताते हैं कि आजकल लकवा जैसी समस्या है. यह यंग जनरेशन के बच्चों में ज्यादा देखी जा रही है. लकवा जैसी समस्या, जो मस्तिष्क की नस में खून जमने के कारण होती है. अगर तुरंत इसका इलाज न किया जाए, तो इंसान जिंदगी भर इसकी चपेट में रह सकता है. गोरखपुर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉक्टर अभय बताते हैं कि अश्वगंधा बाजार में टैबलेट और पाउडर के रूप में बिक रहा है. लेकिन, पेड़ के जरिए अश्वगंधा के पत्तों का इस्तेमाल करने पर लकवा जैसी बीमारी से आसानी से बच सकते हैं. लकवा दो प्रकार का होता है. एक हेमोरेजिक स्ट्रोक और दूसरा Ischemic स्ट्रोक. इन दोनों में ब्रेन की कोशिकाएं मर जाती हैं और उनका पुनः सृजन आसान नहीं होता है. वहीं डॉक्टर बताते हैं कि रिसर्च में यह पाया गया है कि अधिक मात्रा में शुगर जब हमारे खून के अंदर antioxidant की कमी कर देता है. इससे खून की कोशिकाएं मरने लगती हैं. तब हमारा ब्रेन केवल ग्लूकोज लेता है. अश्वगंधा कैसे करता है काम डॉक्टर अभय बताते हैं कि लकवा जैसी बीमारी में अश्वगंधा काफी कारगर साबित है. जब हमारा ब्रेन केवल शरीर के ग्लूकोज का प्रयोग करता है, तो एंटीऑक्सीडेंट की कमी हमारे ब्रेन और खून की कोशिकाओं में उत्सर्जित खराब फ्री रेडिकल को शरीर से बाहर नहीं कर पाता. इसके बाद कोशिकाएं मरने लगती हैं. जब यह अधिक समय तक होता है, तो अचानक से नस में खून जम जाता है और पूरा शरीर का बैलेंस बिगड़ जाता है. डॉक्टर अभय बताते हैं कि उनके रिसर्च ग्रुप में एक हर्बल प्लांट जो आयुर्वेद में चर्चित है. इसका नाम ‘अश्वगंधा’ और वैज्ञानिक नाम (Withania Somnifera) है. यह बहुत अच्छा औषधि पौधा है. इसकी जड़ों का अर्क और इसके एक्सट्रैक्ट  ब्रेन और ब्लड में कोशिकाओं को पुनर्जीवित और फ्री रेडिकल को निकालने में बहुत हेल्प करते हैं. इसलिए अश्वगंधा का इस्तेमाल जितना पौधे के रूप में किया जाए, वह उतना ही फायदेमंद होगा. Tags: Gorakhpur news, Health, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : May 28, 2024, 10:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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