इस अस्पताल में सिर्फ 1 रुपए में होगी इस खतरनाक बीमारी की जांच

अमेठी के जिला अस्पताल के साथ अन्य सरकारी लैब में जिस जांच को शुरू किया जा रहा है. उस जांच की सुविधा हफ्ते के सातों दिन अब 1 रुपए की पर्ची पर मरीजों को आसानी से मिल सकेगी

इस अस्पताल में सिर्फ 1 रुपए में होगी इस खतरनाक बीमारी की जांच
आदित्य कृष्ण/ अमेठी: जिस बीमारी की जांच के लिए मरीजों को लखनऊ और प्रयागराज जिले का चक्कर लगाना पड़ता था. वह जांच अब अमेठी जिले में संभव होगी. इसके लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है. इसी हफ्ते में हीमोफीलिया बीमारी की जांच आसानी से मरीजों को मिलेगी. मरीजों को कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा और उनके पैसे और समय की बचत होगी. आपको बतादें  कि इसके लिए जिला अस्पताल में सभी जांचों में इस जांच को भी जोड़ा गया है. इससे कहीं ना कहीं प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से मरीजों को फायदा होगा. 1 रुपए की पर्ची पर मिलेगी सुविधा  अमेठी के जिला अस्पताल के साथ अन्य सरकारी लैब में जिस जांच को शुरू किया जा रहा है. उस जांच की सुविधा हफ्ते के सातों दिन अब 1 रुपए की पर्ची पर मरीजों को आसानी से मिल सकेगी और इसी जांच के लिए मरीजों को बाहर जाने के साथ-साथ जांच के लिए 3 से 4 हजार रुपये का शुल्क बाहर की प्राइवेट लैब में जमा करना पड़ता था. इसके साथ ही जांच रिपोर्ट के लिए भी कई दिनों का इंतजार करना पड़ता था. इन सभी समस्याओं से मरीजों को छुटकारा मिलेगा. यह है हीमोफीलिया बीमारी इन लक्षणों के साथ होती है शुरुआत हीमोफीलिया एक गंभीर बीमारी है. हीमोफीलिया में चोट लगने पर खून में मौजूद एक विशेष तरह का प्रोटीन पूरी तरीके से सक्रिय हो जाता है और इस प्रोटीन के कारण खून में थक्के जमने की समस्या आ जाती है और थोड़ी देर में खून जमने के साथ-साथ रक्तस्राव ज्यादा बढ़ जाता है. ऐसे में मरीज को कठिनाई और भयंकर दर्द का सामना करना पड़ता है. यह एक अनुवांशिक बीमारी भी है.  इस बीमारी से कभी-कभार मरीजों को कमजोरी के अलावा अन्य कठिनाई का सामना करना पड़ता है और तनिक लापरवाही करने से मरीजों की जान भी जा सकती है.  शरीर पर बड़े गहरे घाव जोड़ों में दर्द, जकड़न, सूजन बिना किसी कारणवश नाक से खून बहना यह सब हीमोफीलिया बीमारी का लक्षण होते हैं और इससे बचने के लिए और मरीजों को राहत दिलाने के लिए यह विशेष पहल अमेठी में की जा रही है . शत प्रतिशत मरीजों को मिलेगा लाभ जिला अस्पताल के प्रभारी और वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर बद्री अग्रवाल बताते हैं कि इस बीमारी की जांच की सुविधा जिला अस्पताल में की जा रही है. मरीजों को इसी जांच के लिए पहले बाहर जाना पड़ता था. जांच  शुरू होने से मरीज को यह लाभ होगा कि वह समय रहते बीमारी की जांच करा कर अपने आप को सुरक्षित कर पाएंगे. इसके साथ ही मरीज जागरूक होंगे और उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 3, 2024, 16:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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