धान की खेत में डाल दें ये 25 ML तेल! फफूंदी कैटरपिलर हो जाएंगे छूमंतर बस इ
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कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि नीम के तेल और पाउडर का इस्तेमाल कई तरह के कीटों को नियंत्रित करने में किया जाता है. नीम में एंटीफंगल गुण होते हैं जो फसलों को फफूंदी और अन्य संक्रमणों से बचाते हैं.
शाहजहांपुर: वैसे तो नीम का स्वाद काफी कड़वा होता है, लेकिन सेहत के लिए नीम का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है. आयुर्वेद में नीम का इस्तेमाल दवा के रूप में किया जाता है. हिंदू धर्म में नीम के पेड़ का काफी महत्व दिया गया है. कई घरों में इस पेड़ की पूजा भी की जाती है. लेकिन क्या आपको पता है नीम फसलों के लिए भी फायदेमंद है. नीम का तेल और पाउडर न केवल त्वचा और बालों के लिए बल्कि फसलों के लिए भी बेहद लाभकारी हैं. नीम तेल और नीम पाउडर एफिड्स, व्हाइट फ्लाइज़ और कैटरपिलर जैसे हानिकारक कीड़ों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं.
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि नीम के तेल और पाउडर का इस्तेमाल कई तरह के कीटों को नियंत्रित करने में किया जाता है. नीम में एंटीफंगल गुण होते हैं जो फसलों को फफूंदी और अन्य संक्रमणों से बचाते हैं. नीम पौधों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है, जिससे पौधे कई तरह के रोगों से लड़ने में सक्षम होते हैं. नीम पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देता है और उन्हें स्वस्थ रखता है. नीम की खली को खाद के रूप में उपयोग किया जा सकता है, जो मिट्टी की गुणवत्ता को सुधारता है. नीम के तेल को पानी में मिलाकर स्प्रे बनाकर फसलों पर छिड़काव किया जा सकता है. नीम पाउडर को पौधों के आसपास छिड़का जा सकता है.
नीम ऑयल का कैसे इस्तेमाल
डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि फसलों में कीट नियंत्रण के लिए 2 से 2.5 ml नीम तेल प्रति लीटर पानी में मिलाकर फसलों पर छिड़काव करने से कई तरह के कीटों का नियंत्रण होता है. वही पाउडर को पौधों की जड़ों के पास डालने से जड़ों में फफूंदी जनित रोगों का नियंत्रण होता है. नीम और पानी के घोल को पौधों की पत्तियों और तनों पर अच्छी तरह से छिड़कें. यह सुनिश्चित करें कि घोल पौधे के सभी हिस्सों पर पहुंच जाए. छिड़काव हमेशा सुबह या शाम को करें जब धूप कम हो. बेहतर परिणाम के लिए हर 7 से 10 दिन के अंतराल पर छिड़काव करते रहें.
Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 16:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed