सरकारी स्कूल की 12वीं पिता चलाते हैं ऑटो चौथे प्रयास में क्रैक किया NEET
सरकारी स्कूल की 12वीं पिता चलाते हैं ऑटो चौथे प्रयास में क्रैक किया NEET
NEET Story: कहते हैं न कि हौसला बुलंद हो और कुछ करने की चाहत हो तो किसी भी चीज को हासिल किया जा सकता है. ऐसी ही कहानी एक लड़की है, जो गरीबी से जूझते हुए चौथे प्रयास में नीट यूजी की परीक्षा को पास करने में सफल रही हैं.
NEET Success Story: डॉक्टर बनने का सपना देख रहे युवाओं को सबसे पहले नीट यूजी की परीक्षा को पास करना होता है. इस परीक्षा को बिना पास किए डॉक्टर बनना नामुमकिन है. नीट मेडिकल की पढ़ाई करने का एक एंट्री गेट है. इस गेट को पार कर लिए मतलब डॉक्टर बनने का सपना पूरा होने वाला है. लेकिन हम आज एक ऐसी लड़की के बारे में बता रहे हैं, जिनके लिए डॉक्टर बनना किसी सपने का सच होने से कम नहीं है. हम जिनकी बात कर रहे हैं, उनका नाम रूबी प्रजापति है.
रूबी प्रजापति (Ruby Prajapati) के पिता ऑटोरिक्शा चालक हैं. अब वह दिल्ली के वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल से एमबीबीएस कर रही हैं. गुजरात के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाली रूबी कई कारणों से डॉक्टर बनना चाहती थी. उनमें से एक कारण यह था कि वह अपने गांव के लोगों की देखभाल और सहायता करना चाहती थी और गांव में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की कमी के कारण जो इलाज का खर्च नहीं उठा सकते थे. रूबी अपने पिता, गृहिणी मां और एक बड़े भाई के साथ रहती है. उनका भाई स्पीच डिले डिसऑर्डर से पीड़ित है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार रूबी बताती हैं कि उनके छोटे भाई का नौ साल पहले निधन हो गया था और वह दो बार तपेदिक से पीड़ित था.
एमबीबीएस के साथ हैं YouTuber
एमबीबीएस की छात्रा होने के अलावा रूबी एक YouTuber भी है, जिनके 14.9K सब्सक्राइबर का एक मजबूत छात्र समुदाय है. प्लेटफ़ॉर्म पर वह छात्रों को अपने दैनिक जीवन के व्लॉग के साथ NEET UG को क्रैक करने के तरीके के बारे में मार्गदर्शन करती है. वर्ष 2018 में टीबी से ठीक होने के बाद उन्होंने NEET UG की तैयारी शुरू कर दी. NEET UG में अपने चौथे प्रयास में उन्होंने वर्ष 2023 में 635 अंकों के साथ अपनी परीक्षा पास की है.
सरकारी स्कूल से की 12वीं की पढ़ाई
रूबी (Ruby Prajapati) ने सरकारी स्कूल से अपनी सीनियर सेकेंडरी शिक्षा पूरी की. उसकी पहली बड़ी चुनौती कोचिंग की फीस वहन करना था. अपनी आर्थिक स्थिति के कारण उनके माता-पिता ट्यूशन का खर्च नहीं उठा पा रहे थे. हालांकि, उनके चाचा ने एक साल के लिए उसकी NEET UG की तैयारी का खर्च उठाया और सही मार्गदर्शन के लिए उसे एक कोचिंग संस्थान में दाखिला दिलाया.
चौथे प्रयास में क्रैक किया NEET UG
पहली बार में रूबी को संघर्ष करने के बाद भी उन्हें निराश हाथ लगी. चार प्रयासों के बाद उन्होंने आखिरकार प्रवेश परीक्षा पास कर ली. यह आसान नहीं था और कई बार वह हार मानना चाहती थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. इसके बाद YouTube पर फिजिक्स वाला के वीडियो मिले और मैंने उनके NEET UG क्रैश कोर्स को ज्वाइन कर लिया. दृढ़ रहने और कड़ी मेहनत करने से मुझे आगे बढ़ने और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में मदद मिली.
फ्री में बच्चों को पढ़ाती हैं ट्यूशन
जब वह NEET UG की तैयारी कर रही थी, तब रूबी ने अपने गांव के कुछ छात्रों को अपनी फीस और अन्य खर्चों का प्रबंधन करना सिखाया. उनके गांव में कोचिंग सेंटर नहीं हैं, इसलिए वह अपने गांव के उन छात्रों को ट्यूशन देना शुरू किया, जो पढ़ने के लिए मेरी तरह ही उत्सुक थे, लेकिन उन्हें उचित सहायता नहीं मिल पा रही थी. रूबी अभी भी पढ़ाती हैं और छात्रों की मदद करके उन्हें हमेशा बहुत खुशी मिली है. उन्होंने आगे कहा कि अगर वह हार मान ली होती तो वह कभी गरीबी और अवसाद को नहीं हरा पाती.
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Tags: NEET, Neet examFIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 16:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed