गुलाब और गेंदा नही यह नारंगी फूल बने किसानों के लिए वरदान नाम मात्र की लागत में हो रही तगड़ी कमाई 

फर्रुखाबाद के मंशा नगला निवासी अवनीश सैनी पिछले कई वर्षों से नारंगी फूलों की खेती कर रहे हैं. मात्र तीन बीघा जमीन में ही प्रति माह हजारों रुपए की कमाई हो जाती है.

गुलाब और गेंदा नही यह नारंगी फूल बने किसानों के लिए वरदान नाम मात्र की लागत में हो रही तगड़ी कमाई 
फर्रुखाबाद: बदलते समय के साथ अब किसानों की खेती के तरीके भी बदल गए हैं. सब्जियों की खेती में आगे रहने वाले किसानों के जीवन में फूलों की खेती ने खुशहाली ला दी है. फर्रुखाबाद के किसानों ने नारंगी फूलों की खेती करके अपनी किस्मत बदली है. आज जिले के किसान परंपरागत खेती को छोड़कर फूलों की फसल उगा रहे हैं, जिससे कम लागत में हर महीने हजारों रुपये की कमाई हो रही है. इस बदलाव से दूसरे किसान भी फूलों की खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं. फर्रुखाबाद के मंशा नगला निवासी अवनीश सैनी पिछले कई वर्षों से नारंगी फूलों की खेती कर रहे हैं. मात्र तीन बीघा जमीन में ही प्रति माह हजारों रुपए की कमाई हो जाती है. शादी-ब्याह के सीजन में फूलों की इतनी डिमांड होती है कि उनकी पूरी फसल बिक जाती है. अवनीश खुद भी शादी के जयमाला स्टेज, दूल्हे की गाड़ी और दुल्हन के लिए फूलों की चादर तैयार करते हैं. नारंगी फूलों से गुलदस्ता, माला और पूजा में उपयोग होने वाले फूलों की मांग ने उनके जीवन में बहार ला दी है. नारंगी की खेती से तगड़ी कमाई युवा किसान अवनीश सैनी ने बताया कि वह पहले गुलाब, गेंदा और बेला की फसल करते थे, लेकिन अब नारंगी फूलों की फसल तैयार की है. इससे उन्हें कम लागत में ही हजारों रुपए का लाभ हो रहा है. तीन बीघा जमीन में नारंगी फूलों की खेती से उन्हें महीने में 50 से 60 हजार रुपए का लाभ हो रहा है. इस खेती में खाद और दवा नाम मात्र की ही पड़ती है, जिससे अत्यधिक बिक्री हो जाती है. कम लागत में बंपर कमाई नारंगी फूलों की खेती दस हजार रुपए प्रति बीघा की लागत से तैयार होती है. इससे 200 रुपए प्रति किलो नारंगी फूलों की बिक्री होती है. इन दिनों में 15 से 20 किलो नारंगी फूल तैयार हो जाते हैं. आज के समय में नारंगी फूलों की इतनी मांग है कि फसल तैयार होते ही खेत से ही बिक जाती है. खरीददार खेत में आकर ही फूलों की खरीदारी करते हैं और जिले भर में बेचते हैं. Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : July 26, 2024, 10:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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