जज ने ऐसा क्या कहा SC ने मांगा ब्योरा कपिल सिब्बल करने लगे महाभियोग की बात
जज ने ऐसा क्या कहा SC ने मांगा ब्योरा कपिल सिब्बल करने लगे महाभियोग की बात
इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर यादव ने विश्व हिंदू परिषद के कार्यक्रम में मुसलमानों को लेकर बयान दिया था. इसको लेकर विवाद भड़क गया है. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर बयान का पूरा ब्योरा मांगा है.
नई दिल्ली. इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर कुमार यादव से जुड़े अखबारों में छपे मामले का सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर कुमार यादव ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) के एक कार्यक्रम में अल्पसंख्यकों को लेकर एक बयान दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर कुमार यादव से पूरा ब्योरा मांगा है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के मुताबिक जस्टिस शेखर कुमार यादव ने कहा था कि ‘कठमुल्ला शब्द गलत है, लेकिन यह कहने में परहेज नहीं है क्योंकि वो देश के लिए बुरा है. वो जनता को भड़काने वाले लोग हैं. देश आगे न बढ़े, इस तरह की सोच रखने वाले लोग हैं. उनसे सावधान रहने की जरूरत है.’
इलाहाबाद हाइकोर्ट के जज शेखर यादव के बयान पर उठे विवाद को लेकर राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने एक वीडियो बयान भी दिया है. कपिल सिब्बल ने कहा कि ‘ऐसे बयान देने वाले जज की नियुक्त कैसे होती है. ऐसे बयान देने की लोगों की हिम्मत कैसे होती है. ये 10 साल में ही क्यों हो रहा है? कुछ लोग हैं जो ऐसे बयान देते हैं और इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो जाते हैं. इसके बाद राज्यसभा सदस्य बन जाते हैं.’
महाभियोग प्रस्ताव लाएंगे कपिल सिब्बल
कपिल सिब्बल ने आगे कहा कि ‘मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट को सख्त कदम उठाने चाहिए और उस शख्स को कुर्सी पर नहीं बैठने देना चाहिए. एक भी केस उसके पास नहीं जाना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा, जावेद अली, मोहन झा और सीपीएम पार्टी आदि से चर्चा हुई है. हम लोग जल्द से जल्द मिलेंगे और जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाएंगे और कोई रास्ता बचा नहीं है. जो भी लोग लोग न्यायपालिका की आजादी में भरोसा करते हैं, वे सारे लोग हमारे साथ आएंगे.
दिल्ली के ऑटो ड्राइवरों की बल्ले-बल्ले, चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने खोला वादों का पिटारा
सरकार साथ दे
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि ये पक्ष-विपक्ष की बात नहीं है. ये न्यायपालिका की आजादी की बात है तो पीएम, गृह मंत्री और सत्ता में बैठे लोग हमारा साथ दें. क्योंकि अगर वो नहीं देंगे तो लगेगा कि वो जज के साथ हैं. क्योंकि कोई ऐसा नहीं कर सकता. कोई नेता भी ऐसा बयान नहीं दे सकता है तो एक जज कैसे दे सकता है. सिब्बल ने कहा कि पीएम और सत्ता पक्ष हमारा साथ दें और महाभियोग प्रस्ताव का साथ दें. एक संदेश दें कि कोई भी जज ऐसा बयान नहीं दे सकता है. सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम को देखना चाहिए कि ऐसे लोग जज न बनें.
Tags: Allahabad high court, Kapil sibal, Supreme CourtFIRST PUBLISHED : December 10, 2024, 16:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed