इस फूल की खेती से मालामाल हो रहे हैं किसान सालाना हो रही है 10 लाख की आमदनी
इस फूल की खेती से मालामाल हो रहे हैं किसान सालाना हो रही है 10 लाख की आमदनी
Marigold Flower Farming: यूपी के किसान पारंपरिक खेती छोड़कर बागवानी या फूलों की खेती करना पसंद कर रहे हैं. ऐसे में बागपत के एक किसान ने गेंदा के फूलों की खेती कर साल में 10 लाख रुपए का मुनाफा कमाया है. किसान ने बताया कि वह 20 बीघा में खेती करते हैं.
बागपत: यूपी में पारंपरिक खेती की तुलना में बागवानी या फूलों की खेती किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है. गन्ने की पैदावार के लिए पहचान रखने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में फूलों की खेती का चलन बढ़ गया है. मुनाफा मिलने से किसान उत्साहित हैं. इस बार एक किसान को गेंदा के फूलों की खेती से 10 लाख रूपए का मुनाफा हुआ है. ऐसे में दूसरे किसान भी गेंदा की खेती को देखने के लिए पहुंचते हैं और किसान से जानकारी लेते हैं.
फूल की खेती करने वाले किसान ने बताया
वहीं, गेंदा के फूल की खेती करने वाले किसान नूर मोहम्मद ने बताया कि पहले वह अन्य फसलों की खेती करते थे, लेकिन आमदनी कम होने के चलते उन्होंने यूट्यूब पर गेंदा के फूल की जानकारी ली और पिछले 2 सालों से गेंदा के फूलों की खेती कर रहे हैं. इस बार उन्होंने अपने खेत में 20 बीघा गेंदे के फूल की खेती की है.
त्यौहारों में होती है ज्यादा मांग
किसान ने बताया कि त्योहारों के सीजन में गेंदे की अत्याधिक मांग रहती है. साथ ही सर्दी के मौसम में गेंदे की पैदावार भी अच्छी होती है, जिसके चलते उन्हें अधिक मुनाफा मिल रहा है. फिलहाल मंडी में फूल का रेट करीब 80 रुपए से लेकर 200 रुपए किलो है, जिससे उन्हें इस बार 20 बीघे फसल की बुवाई कर 10 लाख का मुनाफा हुआ है.
जानें गेंदा फूल की खेती का तरीका
रटोल गांव निवासी किसान नूर मोहम्मद ने बताया कि वह दिल्ली से गेंदे का बीज लाकर इसकी बुवाई करते हैं. जहां गेंदे में कीट लगने का खतरा अधिक होता है, जिसे बचाने के लिए कीटनाशक स्प्रे किया जाता है. वहीं, साल में 3 बार गेंदा फूल तैयार होता है. मंडी पास होने से लगातार लाभ मिल रहा है. फिलहाल वह पीले और लाल गेंदे की खेती कर रहे हैं और मुनाफा मिल रहा है. आसपास के किसान भी इस खेती को देखने के लिए आते हैं और उनसे जानकारी लेते हैं.
Tags: Agriculture, Baghpat news, Local18, Success Story, UP newsFIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 16:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed