गजब की कारीगरी! यहां बांस से तैयार होती है दीवार हो रही है तगड़ी कमाई
गजब की कारीगरी! यहां बांस से तैयार होती है दीवार हो रही है तगड़ी कमाई
Bamboo Artisans: यूपी के बहराइच में बांस के कारीगर बहुत ही मशहूर हैं. यहां के कारीगर बांस की दीवार, बांस के गमले के साथ ही अन्य तरह के घरेलू सामान आसानी से बना लेते हैं. इसके साथ ही घर बैठे ही अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं.
बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद में पिछले 30 सालों से बड़काऊ बांस से विभिन्न तरह की सामग्री बनाने का काम करते आ रहे है. ये बांस से गमले, घर, बांस की दीवार आदि सामग्री बड़े आराम से बना देते है. जिसकी कीमत 10 रुपए प्रति स्क्वायर फीट से लगाकर 50 रुपए स्क्वायर फीट तक जाती है.
जानें बांस से कैसे बनाई जाती है सामाग्री
वैसे तो इससे दीवार, गमले, घरों को बनाना आपको बहुत आसान सुनने में लग रहा होगा, लेकिन यह उतना आसान नहीं है. क्योंकि बांसों से सामग्री बनाने के लिए आपको कई चरणों से गुजरना पड़ेगा, जिसमें सबसे पहले बांस को खेतों से काट कर लाया जाता है. फिर बांस को कई टुकड़ों में खास तरीके के चाकू से इसको फाड़ा जाता है और इसको तारों की सहायता से जिस भी चीज को बनाना हो उस आकर में बांस को बांस से मिलकर बांधकर कड़ी मेहनत के बाद दीवार या विभिन्न सामग्री तैयार की जाती है.
बांस की तैयार कर दी है दीवार
बांस की दीवार का इस्तेमाल ज्यादातर आपको रोड पर मिलने वाले ढाबे दुकानों पर बड़े आराम से दिख जाएगी, लेकिन क्या आपको पता है जिसको बनाने के लिए काफी मेहनत कारीगरों को करनी पड़ती है. बांस की दीवार बनाने के लिए एक बांस को 10 से 14 टुकड़ों में बीच से फाड़ा जाता है और फिर उनकी सफाई करके इनको जमीन पर बिछा दिया जाता है.
कारीगरों ने बताया कि बांस को फिर लोहे के तार से कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए बांधा जाता है. जिसमें एक लंबा समय लगता है. क्योंकि इसमें मजबूती का भी ध्यान रखना होता है. इस तरह कारीगर सुबह से शाम तक 20 फुट लंबी और 10 फुट चौड़ी दीवार बनाकर तैयार करते हैं. जिसकी कीमत 2 हजार से लगाकर 3 हजार तक जाती है.
सावधानी पूर्वक तैयार होती है दीवार
बांस से बनने वाली विभिन्न सामग्रियों को बनाते वक्त कारीगरों को विशेष ध्यान रखना होता है. क्योंकि बांस को फाड़ने वाले चाकू, ड़से के साथ-साथ बांसों से हाथ काटने का खतरा ज्यादा होता है. अगर सावधानी से न किया जाए तो हाथ काटने की संभावना बनी रहती है. इसलिए इसको बहुत सावधानी से किया जाता है. क्योंकि बांस को पढ़ने के बाद यह एक तेज चाकू का रूप ले लेते हैं.
Tags: Bahraich news, Business news, Local18, Success StoryFIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 08:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed