अपनी किन खासियतों के लिए चर्चा में है यूपी का ये श्मशान घाट
अपनी किन खासियतों के लिए चर्चा में है यूपी का ये श्मशान घाट
Best Crematorium in Etawah: यहां पर आने वाले लोग आने के बाद बैठते है तो सब कुछ भूल जाते है. आगंतुक पार्क में जाकर सुकून का अनुभव करते हैं. वैसे तो किसी की शव यात्रा में जाने पर गमगीन माहौल ही होता है लेकिन
रिपोर्ट- रजत कुमार
इटावा: किसी भी श्मशान घाट का माहौल बेहद गमजदा होता है क्योंकि वहां लोग अपने प्रियजनों को अन्तिम संस्कार के बाद अंतिम विदाई देने आते हैं. उत्तर प्रदेश के इटावा में यमुना नदी के किनारे बने श्मशान घाट की सूरत ओर सीरत बदलने का काम बड़ा तेजी से किया जा रहा है ताकि दुख भरे माहौल में भी थोड़ी राहत मिल सके.
इटावा नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष श्रीमती ज्योति गुप्ता की पहल पर श्मशान घाट की सूरत और सीरत बदलने का काम किया जा रहा है. आम तौर पर श्मशान घाट एक गंदगी भरी खराब जगह मानी जाती है लेकिन, इटावा शहर का श्मशान घाट दर्शनीय स्थल का रूप ले रहा है. नगर पालिका की पहल पर यहां पर शकंर भगवान की भव्य विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है जिसमें से पानी का झरना बहता है. एक बड़ा सा पार्क बनाया गया है. साथ ही शवयात्रा के साथ यहां आने वाले लोगों के लिए बड़े बड़े हॉल बनाए गए हैं. जिसमें कूलर लगे हुए हैं और वातानुकूलित हॉल बनाया गया है. यहां लॉकर की सुविधा है. श्मशान घाट में कॉटेज का निर्माण कर भव्यता प्रदान की जा रही है. यहां आने वाले लोग इसकी सराहना करते नहीं थक रहे हैं. इटावा शहर में यमुना नदी के किनारे बना शमशान घाट अपने आप में अनूठा है.
आम तौर पर लोगों के मन में श्मशान घाट की छवि के तौर पर गंदगी भरा उजाड़ स्थान होता है जहां ना तो बैठने की जगह होती है और ना पीने का पानी या अन्य सुविधाएं भी नहीं होती. लोग श्मशान घाट में जाते हैं और अंतिम संस्कार संपन्न कर तुरंत वापस लौटना चाहते हैं लेकिन, इटावा नगर का श्मशान घाट अपवाद है.
यहां पर आने वाले लोग आने के बाद बैठते है तो सब कुछ भूल जाते है. आगंतुक पार्क में जाकर सुकून का अनुभव करते हैं. वैसे तो किसी की शव यात्रा में जाने पर गमगीन माहौल ही होता है लेकिन, यहां के श्मशान घाट का माहौल उन्हें कुछ देर के लिए मन को शांत रखने में मददगार होता है.
वातानुकूलित हॉल और कुर्सियों का है इंतजाम
यहां पर बैठने के लिए संगमरमर के पत्थर लगे बड़े-बड़े हॉल हैं जहां पर स्टील की कुर्सियां लगी हुई हैं. गर्मियों के लिए कूलर और पंखे लगे हुए हैं. यहां पर वातानुकूलित हॉल है जिसमें काले कलर का ग्रेनाइट पत्थर लगा हुआ है जो अपने आप में विलासिता को दर्शाता है. यहां पर लॉकर की सुविधा भी है. जहां पर लोग अपने परिजनों की अस्थियों को सुरक्षित रख सकते हैं और अपनी सुविधा के अनुसार विसर्जन के लिए ले जा सकते हैं.
कूलर और ठंडे पानी की भी है व्यवस्था
इस श्मशान घाट में भव्य हरा भरा पार्क है जिसमें तरह-तरह के पेड़ और फूलों के के पौधे लगे हुए हैं. यहां पर आने वालों के बैठने के लिए राजस्थानी पत्थर के कॉटेज बनाए जा रहे हैं. इटावा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी विनय मणि त्रिपाठी ने लोकल 18 को बताया की इटावा के शमशान घाट में एसी हॉल और कूलर की व्यवस्था की गई है. हरियाली और साफ ठंडे पानी की व्यवस्था की गई है. ताकि यहां आने वाले लोग कुछ देर के लिए सुकून की अनुभूति कर सकें.
स्थानीय वासीबलराम कुशवाहा का कहना है कि श्मशान घाट की व्यवस्था ऐसी की गई है जहां दुख भरे माहौल में भी चंद पल में सुख का एहसास हो सके. इटावा के स्थानीय निवासी उमेश कुशवाहा का कहना है कि नगर पालिका परिषद की ओर से श्मशान घाट की सूरत बदलने का जो काम किया जा रहा है वो वाकई में प्रशंसनीय ही माना जाएगा.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 20:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed