किसानों के लिए मृदा परीक्षण कराना क्यों है जरूरी एक्सपर्ट से बताया कारण
किसानों के लिए मृदा परीक्षण कराना क्यों है जरूरी एक्सपर्ट से बताया कारण
कृषि विशेषज्ञ बाबू लाल मौर्य ने बताया कि किसान धड़ल्ले से रासायनिक उर्वरक का इस्तेमाल खेती में कर रहे हैं. ऐसे में मिट्टी की सेहत में सुधार के लिए मृदा परीक्षण कराना बेहद जरूरी है. मृदा की रिपोर्ट के आधार पर ही कार्बनिक एवं रसायनिक खादों का प्रयोग करना चाहिए. कृषि विज्ञान केंद्र में मात्र 10 रूपए में मिट्टी की जांच हो जाती है. इसी आधार पर खेती करनी चाहिए.
सोनभद्र. कृषि कार्य में रासायनिक खाद का कम से कम उपयोग करने को लेकर किसानों को लगातार जागरूक किया जा रहा है. इसको लेकर कृषि विभाग द्वारा कई कार्यक्रम चलाया जा रहा है. साथ ही जैविक खेती को लेकर भी किसानों को प्रेरित किया जा रहा है. इसके बावजूद किसान धड़ल्ले से रासायनिक उर्वरक का इस्तेमाल खेती में कर रहे हैं. इसके कारण खेतों की उर्वरा शक्ति भी घट रही है. किसानों से लगातार जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
केवीके में मात्र 10 रूपए में हो जाती है मिट्टी की जांच
कृषि विशेषज्ञ बाबू लाल मौर्य ने लोकल 18 को बताया कि मिट्टी की सेहत में सुधार के लिए मृदा परीक्षण कराना बेहद जरूरी है. मृदा की रिपोर्ट के आधार पर ही कार्बनिक एवं रसायनिक खादों का प्रयोग करना चाहिए. कृषि विज्ञान केंद्र में मात्र 10 रूपए में मिट्टी की जांच हो जाती है और 15 दिन बाद जांच रिपोर्ट आ जाता है. उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र में पर महिला कृषकों की मृदा की जांच नि:शुल्क की जाती है.
चार दशक पूर्व तक जैविक तरीके से होती थी खेती
कृषि विशेषज्ञ बाबू लाल मौर्य ने लोकल 18 को बताया कि चार दशक पूर्व जो खेती हो रही थी, उसमें रासायनिक उर्वरक का प्रयोग नहीं होता था. जैविक विधि पर पूरी तरह से खेती आधारित थी. उस वक्त मशीनरी उपलब्ध नहीं थी और हल-बैल से खेती होती थी. किसानों के लिए पशु रखना अनिवार्यता थी. इससे पर्याप्त मात्रा में गोबर मिल जाता था. किसानों को आसानी से जैविक खाद मिल जाता था. हालांकि वर्तमान में खेती पूरी तरह से मशीनरी पर आधारित हो गई है. जिससे जैविक खाद की कमी होना स्वाभाविक है. हालांकि किसान पुरानी पद्धति से खेती करने पर अब फोकस करने हैं.
Tags: Agriculture, Local18, Sonbhadra News, UP newsFIRST PUBLISHED : September 22, 2024, 18:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed