गरीब बेटियों की शिक्षा के लिए निजी खर्चों में कटौती कर रही यूपी की ये महिलाएं

डॉ. संगीता मोहन का कहना है कि संगठन का एक ही लक्ष्य है महिला स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता. इस लक्ष्य को पाने के लिए वह बहुत सी महिलाओं और बालिकाओं को चिन्हित कर उनको ब्यूटीशियन, मेहंदी लगाने और सिलाई करने का प्रशिक्षण भी दिलवाती हैं.

गरीब बेटियों की शिक्षा के लिए निजी खर्चों में कटौती कर रही यूपी की ये महिलाएं
शाहजहांपुर : लोगों की मदद करना, हर पल उनके साथ खड़ा रहना, इसको समर्पण कहते हैं. जब महिलाएं लोगों की मदद करने का बीड़ा उठाती हैं तो उससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता. शाहजहांपुर की कुछ महिलाएं है जो पिछले 12 सालों से जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहीं हैं. ये महिलाएं शाहजहांपुर शहर में समर्पण सेवा संस्था चला रही हैं. समर्पण सेवा संस्था की संरक्षक डॉ. संगीता मोहन ने बताया कि आज से 12 साल पहले 15 महिलाओं ने मिलकर समर्पण सेवा संस्था की शुरुआत की थी और मौजूदा हाल में उनके साथ करीब 25 से ज्यादा महिलाएं काम कर रही हैं. संस्था से जुड़ी महिलाएं गांव और शहर की गरीब बस्तियों में जाकर लोगों से मुलाकात करती हैं और इस बात का पता लगाती हैं कि उनको किस तरह की समस्या आ रही है. फिर जरूरतमंद लोगों को चिन्हित कर उन तक मदद भी पहुंचाई जाती है. यह संस्था गरीब और जरूरतमंद परिवार की बालिकाओं को शिक्षित करने का काम कर रही है. बालिकाओं की शिक्षा के प्रति समर्पित है संस्था डॉ. संगीता मोहन ने बताया कि उनकी संस्था बालिकाओं की शिक्षा पर खास तौर पर काम कर रही है. बहुत सी ऐसी बच्चियों हैं जिनमें प्रतिभा है अगर उनको मौका मिले तो वह शिक्षा के क्षेत्र में ऊंचा मुकाम हासिल कर सकती हैं. लेकिन परिवार की आर्थिक तंगी की वजह से वह शिक्षा नहीं ले पा रही. ऐसे में संस्था ऐसी बच्चियों को स्कूल की फीस, किताबें और यूनिफॉर्म मुहैया कराने का काम करती है. संस्था की ओर से बहुत सी बालिकाओं को स्कूल जाने के लिए साइकिल भी दी गई है. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है लक्ष्य डॉ. संगीता मोहन का कहना है कि संगठन का एक ही लक्ष्य है महिला स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता. इस लक्ष्य को पाने के लिए वह बहुत सी महिलाओं और बालिकाओं को चिन्हित कर उनको ब्यूटीशियन, मेहंदी लगाने और सिलाई करने का प्रशिक्षण भी दिलवाती हैं. जिसके बाद वह महिलाएं अपना कारोबार कर आर्थिक तौर पर सशक्त हो रही हैं. ऐसे करते हैं पैसों का इंतजाम डॉ. संगीता मोहन का कहना है कि संस्था के जरिए लोगों की मदद करने के लिए पैसे की भी जरूरत होती है. संस्था से जुड़ी सभी महिलाएं हर महीने अपने व्यक्तिगत खर्चों में कटौती कर पैसा इकट्ठा करती हैं. जरूरत पड़ने पर लोगों की मदद की जाती है. डॉ संगीता मोहन ने बताया कि संस्था जुड़ी सभी महिलाओं का सामाजिक कार्यों में बेहद दिलचस्पी है. जिसकी वजह से कभी पैसों की वजह से कोई काम नहीं रुका. संस्था हर संभव करेगी मदद संस्था से जुड़ी रचना मोहन का कहना है कि उनकी संस्था लगातार समाज की बेहतरी के लिए काम कर रही है. अगर किसी भी जरूरतमंद को कोई आवश्यकता हो तो वह संस्था के नंबर पर कॉल कर उन्हें अपनी समस्या बता सकता है. संस्था हर संभव मदद मुहैया कराएगी. Tags: Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 6, 2024, 22:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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