लखीमपुर/अतीश त्रिवेदी: खेत-किसानी के साथ-साथ आजकल लोग मछली पालन जैसे काम भी कर रहे हैं. इससे लाखों में मुनाफा भी कमाया जा सकता है. कुछ ऐसा ही कर रहे हैं लखीमपुर जनपद के रहने वाले किसान. उन्हें इससे बंपर फायदा भी मिल रहा है. आइए जानते हैं कैसे.
मछली पालन से बंपर मुनाफा
यूपी के लखीमपुर जनपद के रहने वाले दुक्कु सात प्रजातियों की मछली का पालन कर रहे हैं और उन्हें अच्छा मुनाफा भी हो रहा है. वर्तमान समय में किसान मत्स्य पालन को एक बेहतर रोजगार के रूप में देख रहे हैं. क्योंकि कम समय में बेहतर मुनाफा प्राप्त हो जाता है. मत्स्य पालन करना कोई आसान काम नहीं है, थोड़ी सी चूक होने पर बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है. हालांकि ज्यादा कमाई अर्जित करने के लिए ज्यादातर किसान सीलन मछलियों का पालन करते हैं.
बाजार में मिलती है अच्छी कीमत
उन्होंने बताया कि मत्स्य पालन एक अच्छा रोजगार है, लेकिन समय के साथ बदलाव करना भी अति आवश्यक है. अपने तालाब में फिलहाल सीलन की जगह रेहू, ग्लास कार्फ़, सिल्वर, मिर्गन ,कातल जैसे आईएमसी मछलियों का पालन कर रहे हैं. बाजारों में मछलियों की डिमांड सर्दियों में अधिक रहती है. जिससे ₹100 से लेकर ₹300 प्रति किलो के हिसाब से बाजारों में बिक्री होती है.
सरकारी भी देती है सब्सिडी
हर प्रजाति की मछली का रेट अलग होता है. मछली पालन में व्यवसाय का एक अच्छा तरीका है. उत्तर प्रदेश में किसान बड़े पैमाने पर मछली पालन कर रहे हैं. रोहू, कतला और नैनी जैसी मछलियां 18 महीने में डेढ़ से दो किलो वजन तक की हो जाती हैं. इस समय किसान अपनी आय दोगुनी करने को लेकर लगातार मछली पालन का लाखों रुपए कमा रहे हैं. वहीं, सरकार द्वारा भी मछली पालन को लेकर सब्सिडी भी दी जाती है.
Tags: Agriculture, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 11:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed