गजब! इस अधिकारी को है बाइक राइडिंग का शौक कर चुके कई जगहों की यात्रा

अनिमेष ने अपनी बाइक राइडिंग की शुरुआत राजदूत मोटरसाइकिल से की थी. अब वह रॉयल एनफील्ड की मिटियर 350 सीसी से राइडिंग करते हैं.

गजब! इस अधिकारी को है बाइक राइडिंग का शौक कर चुके कई जगहों की यात्रा
अंकुर सैनी/सहारनपुर: अक्सर बढ़ती उम्र में लोग अस्पताल के चक्कर काटने लगते हैं. लेकिन सहारनपुर के एक अधिकारी अनिमेष सक्सेना के भीतर युवाओं सरीखा जोश और जुनून बरकरार है. वह अकेले ही देश के कोने-कोने में बाइक से यात्रा कर चुके हैं. जिससे राज्यों की संस्कृति, सभ्यता और खान-पान से परिचित होते हैं. साथ ही लोगों को यातायात सुरक्षा का संदेश भी देते हैं. वह सहारनपुर में खेल अधिकारी हैं और अधिकारी होने के साथ-साथ अपने राइडिंग के शौक को भी बरकरार रखे हुए हैं. खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना ताई कमांडो के खिलाड़ी तो है ही साथ में ही बहुत अच्छे बाइक राइडर भी है. अनिमेष सक्सैना मेरठ के रहने वाले हैं. अनिमेष से पहले उनके पिताजी भी बाइक राइडिंग किया करते थे. अनिमेष सक्सेना कैलाश पर्वत, आदि कैलाश, ओम पर्वत, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, अमरनाथ, कारगिल, लद्दाख, कश्मीर आदि देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा कर चुके हैं. अब अनिमेष सक्सेना भारत के आसपास के सभी देशों जिसमे पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल आदि देशों की यात्रा करने की तैयारी में है. कारगिल के दौरान अनिमेष को चढ़ा बाइक राइडिंग का शौक सहारनपुर के खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना बताते हैं कि सन 1998 से उनको बाइक राइडिंग का शौक चढ़ा था. कारगिल युद्ध के दौरान वह लखनऊ से चलकर के कारगिल युद्ध तक अपनी बाइक से पहुंचे थे. उसके बाद से ही वह लगातार भारत के विभिन्न हिस्सों में बने हिल स्टेशन, धार्मिक स्थलों सहित विभिन्न स्थानों की यात्रा कर रहे हैं. अनिमेष सक्सेना एक अधिकारी होने के साथ-साथ अपने बाइक रीडिंग के शौक को भी बरकरार रखे हुए हैं. अनिमेष सक्सेना को जब भी छुट्टी मिलती है वह तुरंत अपनी मोटरसाइकिल उठा कर रीडिंग पर निकल जाते हैं. अभी तक अनिमेष सक्सेना कैलाश पर्वत, आदि कैलाश, ओम पर्वत, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, अमरनाथ, कारगिल, लद्दाख, कश्मीर की एक नहीं बल्कि कई-कई बार यात्रा कर चुके हैं. अनिमेष ने अपनी बाइक राइडिंग की शुरुआत राजदूत मोटरसाइकिल से की थी. अब वह रॉयल एनफील्ड की मिटियर 350 सीसी से राइडिंग करते हैं. बाइक राइडिंग के दौरान अनिमेष का दो-तीन बार एक्सीडेंट भी हो चुका है. सेफ्टी गार्ड की वजह से अनिमेष की जान बची है. इसलिए अनिमेष सक्सेना सभी राइडर से भी पूरे सेफ्टी गार्ड पहनकर ही बाइक रीडिंग करने की अपील कर रहे हैं. अब अनिमेष का लक्ष्य है कि भारत के सभी पड़ोसी देशों को वह कवर करें बस इंतजार है तो विभाग की अनुमति का. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 16:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed