4440 करोड़ रु की संपत्ति अटैच इस माफिया पर ED की कार्रवाई से हैरान हैं लोग

Saharanpur News : पूर्व बसपा एमएलसी हाजी इकबाल की करीब 4440 करोड़ रुपए की 121 एकड़ संपति को ED ने अटैच कर दिया है. ED ने PMLA 2002 के प्रावधानों के तहत अवैध खनन मामले में अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट से संबंधित 4,440 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को कुर्क किया है.

4440 करोड़ रु की संपत्ति अटैच इस माफिया पर ED की कार्रवाई से हैरान हैं लोग
सहारनपुर. पश्चिम यूपी में खनन माफिया के नाम से मशहूर पूर्व बसपा एमएलसी हाजी इकबाल उर्फ बाला एक बार फिर चर्चाओं में है. इस बार ED ने उसकी करीब 4440 करोड़ रुपए की 121 एकड़ संपति को अटैच कर दिया है. बता दे कि इस संपति पर हाजी इकबाल गैंग द्वारा ग्लोकल यूनिवर्सिटी का निर्माण कराया हुआ है. बता दें कि इस यूनिवर्सिटी में करीब 4 हजार बच्चे पढ़ते हैं और करीब 700 स्टाफ काम करता हैं जिनको अब अपने भविष्य का डर सताने लगा है. ED ने PMLA 2002 के प्रावधानों के तहत अवैध खनन मामले में अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट से संबंधित 4,440 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को कुर्क किया है. ये सभी संपत्तियां अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर पंजीकृत हैं. ट्रस्ट का नियंत्रण,प्रबंधन और संचालन मोहम्मद इकबाल,पूर्व एमएलसी और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा किया जाता है. कई हजार करोड़ की संपति को कुर्क, पहले भी हुई है कार्रवाई वही पूर्व में भी हाजी इकबाल गैंग पर जिला प्रशासन और ED द्वारा कार्रवाई कर चुकी है जिसमें उसकी कई हजार करोड़ की संपति को कुर्क किया जा चुका है जिसमे मार्च 2021 में ED ने यूपी के चीनी मिल घोटाले में पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल के खिलाफ कार्रवाई की थी. उस समय ईडी ने पूर्व एमएलसी की एक हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्तियों को अटैच किया था. इस कार्रवाई को ईडी की लखनऊ जोन की टीम ने अंजाम दिया था, मई 2022 में सहारनपुर पुलिस ने हाजी इकबाल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की थी. नोएडा, लखनऊ, बिहार और वेस्ट बंगाल में भी संपत्तियां सहारनपुर पुलिस ने राजस्व विभाग की संयुक्त टीम के साथ मिलकर 21 करोड़ रुपए की 50 बेनामी संपत्तियों को कुर्क किया था. वहीं, करीब 800 करोड़ की संपति पिछले वर्ष 2023 में कुर्क की गई. यह संपत्ति सहारनपुर के साथ ही नोएडा, लखनऊ, बिहार और वेस्ट बंगाल में है. अकूत संपति बनाने वाले पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की शुरू से कहानी बताते हैं कि कैसे ये अरबों रूपयों की संपति का मालिक बना. परचून की दुकान चलाता था, जंगल की लकड़ी चोरी से बेची हाजी इकबाल के करीबी बताते है कि हाजी इकबाल सहारनपुर में स्थित मिर्जापुर कस्बे में परचून की दुकान चलाया करता था. परचून की दुकान चलाने के दौरान हाजी इकबाल ने मधुमक्खी के छत्ते तोड़कर शहद बोतलों में भरकर बेचने का काम भी किया. उसके बाद जंगलों से चोरी से कटवाकर खैर की लकड़ी की तस्करी का धंधा भी किया. इसके बाद खनन का कार्य शुरू किया और इसके बाद फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. अपने साझीदारों को धीरे-धीरे अलग करते हुए सारा खनन का कार्य अपने हाथ में ले लिया. खनन माफिया बनकर अकूत धन कमाया सरकार और उनके मंत्रियों के बलबूते हाजी इकबाल ने खनन का मोटा कारोबार शुरू कर दिया. खुद भी कमाया और उसे समय की सरकार में मंत्रियों को भी पैसे से तरबतर रखा बताया गया. शुरू से ही बीएसपी में रहकर मायावती का नजदीकी रहा और इस बात का फायदा उठाता रहा. वहीं सपा कार्यकाल में भी खनन का कारोबार इकबाल के पास ही रहा. इस दौरान उसने अकूत संपत्ति कमाई. सरकार सपा की हो या बसपा की इकबाल सबको अपने साथ रखा था और जिले में एसडीएम से लेकर जिलाधिकारी और एसपी की पोस्टिंग भी इकबाल की पसंद से होती थी. इकबाल फरार, 4 बेटे और भाई पहुंचे जेल फिलहाल 1 लाख रुपए का इनामी हाजी इकबाल फरार है और उसके चारों बेटे और भाई सलाखों के पीछे है. पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की पत्नी का नाम फरीदा बेगम हैं. हाजी इकबाल के चार बेटे वाजिद, जावेद, अलीशान और अफजाल हैं और भाई महमूद अली है. खबर है की हाजी इकबाल इन दिनों दुबई में है. हालांकि हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं परंतु कुछ दिन पूर्व दुबई के एक बड़े कारोबारी के साथ उसकी फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी. Tags: Directorate of Enforcement, Enforcement directorate, Illegal Mining, Land mafia, Saharanpur Big News, Saharanpur City News, Saharanpur news, Saharanpur Police, UP MafiaFIRST PUBLISHED : June 15, 2024, 15:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed