मैं अब्दुल कलाम बोल रहा हूं! इतना सुनते ही चिंता में पड़ गईं थी सुधा मूर्ति
मैं अब्दुल कलाम बोल रहा हूं! इतना सुनते ही चिंता में पड़ गईं थी सुधा मूर्ति
इन्फोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी, राज्यसभा सांसद और नामी लेखिका सुधा मूर्ति ने हाल में एक किस्सा सोशल मीडिया पर शेयर किया. उन्होंने बताया कि उनके पास तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का फोन आया और ऑपरेटर के बताते ही वह काफी घबरा गईं थी.
हाइलाइट्स सुधा मूर्ति इन्फोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया है. उन्हें वर्ष 2006 में पद्मश्री और 2023 में पद्म भूषण मिल चुका है.
नई दिल्ली. राज्यसभा सांसद और सामाजिक सरोकारों से जुड़ी सुधा मूर्ति का नाम कौन नहीं जानता है. उन्होंने हाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट डालकर मजेदार किस्सा सुनाया. कहा, एक बार उनके पास तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का फोन आया और ऑपरेटर के बताते ही वह घबरा गईं. इतना ही नहीं उन्होंने तो कॉल पर आने से ही इनकार कर दिया. इसके बाद जो हुआ वह काफी राहत देने वाला था.
सुधा मूर्ति इन्फोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सास भी हैं. इसके अलावा सुधा मूर्ति को बेहतरीन लेखिका के तौर पर भी जाना जाता है. उनके सामाजिक सरोकारों के कार्यों और दान को सरकार भी सराह चुकी है. सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के सदस्य के तौर पर भी नामित किया है और उन्हें वर्ष 2006 में पद्मश्री और 2023 में पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है.
ये भी पढ़ें – जानलेवा है पैसा! जुए में करोड़ों रुपये जीतने के बाद मरते-मरते बचा युवक, बर्दाश्त नहीं कर सका खुशी
क्या है पूरी घटना
सुधा मूर्ति ने बताया कि उनके पास तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का फोन आया और वे चिंता पड़ गईं. सोचने लगीं कि आखिर ऐसी क्या गलती हुई है जो मुझे कॉल किया. लिहाजा सुधा मूर्ति ने सीधे बोल दिया कि रांग नंबर है. उन्होंने ऑपरेटर से कहा, यह कॉल उनके पति नारायण मूर्ति के लिए होगी, आखिर राष्ट्रपति को मुझसे क्या काम. लेकिन, ऑपरेटर ने कहा कि कलाम जी को आपसे ही बात करनी है. आखिर डरते-डरते उन्होंने कॉल रिसीव की.
क्या बोले राष्ट्रपति कलाम
कॉल पर आने के बाद राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति से कहा, आपका आईटी डिवाइड पर लिखा कॉलम पढ़ा और काफी शानदार लगा. कलाम जी ने आगे कहा, आपका कॉलम जब भी प्रकाशित होता है तो मैं पढ़ता हूं. उन्होंने सुधा मूर्ति की तारीफ भी की और कहा कि आप काफी अच्छा लिखती हैं. राष्ट्रपति ने कहा कि उनका कॉलम पढ़कर बहुत हंसी आई.
क्या था वाक्या जिसने…
दरअसल, सुधा मूर्ति ने अपने कॉलम में लिखा था कि एक बार वह फल खरीदने बाजार गईं तो विक्रेता ने 100 रुपये किलो के हिसाब से दिया. तभी वहां सुधा मूर्ति का एक छात्र भी आया जो इन्फोसिस में काम करता था. उससे दुकानदार ने उसी फल के लिए 200 रुपये लिए. इस पर सुधा मूर्ति ने पूछा कि आखिर मुझसे 100 और उस युवक से 200 रुपये क्यों लिया. इस पर फल वाले ने जवाब दिया- आप स्कूल टीचर हैं और वह युवक आईटी कंपनी इन्फोसिस में काम करता है. फल वाले का यह नहीं पता था कि जिस कंपनी वह लड़का काम करता है, सुधा मूर्ति उस कंपनी की मालकिन हैं. इस कॉलम को पढ़कर कलाम साहब को बहुत हंसी आई थी.
Tags: Business news, Dr. APJ Abdul Kalam, Sudha MurthyFIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 16:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed