एक सेक्‍टर ने दी है 158 करोड़ नौकरियां 18 लाख कारोबारियों को भी फायदा

Online Business : देश में ऑनलाइन बिजनेस ने खासी बढ़ोतरी की है और सबसे ज्‍यादा नौकरियां देने वाले सेक्‍टर में शामिल हो गया है. वाणिज्‍य मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों ने 1.58 करोड़ नौकरियां पैदा की हैं, जो ऑफलाइन से डेढ़ गुना ज्‍यादा है.

एक सेक्‍टर ने दी है 158 करोड़ नौकरियां 18 लाख कारोबारियों को भी फायदा
हाइलाइट्स वाणिज्‍य मंत्री पीयूष गोयल ने ऑनलाइन बिजनेस पर रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑनलाइन बिजनेस ने 1.58 करोड़ जॉब दी. ई-कॉमर्स प्‍लेटफॉर्म की ओर से 35 लाख महिलाओं को नौकरियां मिली. नई दिल्‍ली. वाणिज्‍य मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा है कि देश में सिर्फ ऑनलाइन विक्रेताओं ने ही डेढ़ करोड़ से ज्‍यादा नौकरियां दी हैं. इस सेक्‍टर ने करीब 18 लाख कारोबारियों को भी फायदा पहुंचाया है. उन्‍होंने कहा कि देश में ई-कॉमर्स सेक्‍टर नौकरियां देने के मामले में शीर्ष क्षेत्रों में शामिल है. इसका फायदा छोटे कारोबारियों को भी मिल रहा है. गोयल ने एक कार्यक्रम में ‘भारत में रोजगार तथा उपभोक्ता कल्याण पर ई-वाणिज्य के शुद्ध प्रभाव का आकलन’ नामक रिपोर्ट जारी की. उन्‍होंने बताया कि दिल्ली स्थित नीति अनुसंधान संस्थान ‘पहले इंडिया फाउंडेशन’ (पीआईएफ) द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, ऑनलाइन विक्रेताओं ने भारत में 1.58 करोड़ नौकरियों का सृजन किया है. इनमें से 35 लाख नौकरियां महिलाओं को मिली हैं. इसके अलावा करीब 17.6 लाख खुदरा उद्यम ई-कॉमर्स गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं. ये भी पढ़ें – यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा को जाना है, टिकट नहीं मिल रही, डोंट वरी, चलेगी स्‍पेशल ट्रेन, जानें शेड्यूल ऑफलाइन से डेढ़ गुना ज्‍यादा जॉब रिपोर्ट के अनुसार, ई-कॉमर्स भारत में रोजगार देने वाला एक प्रमुख क्षेत्र रहा है. औसतन, ऑनलाइन विक्रेता ऑफलाइन विक्रेताओं की तुलना में 54 प्रतिशत अधिक लोगों को रोजगार देते हैं और महिला कर्मचारियों की संख्या करीब दोगुनी है. इसमें कहा गया, खुदरा क्षेत्र में ई-कॉमर्स पहुंच के दो सबसे बड़े योगदान रोजगार में वृद्धि और उपभोक्ता कल्याण में सुधार है. भौतिक बाजारों को विस्थापित करने के बजाय, ई-कॉमर्स छोटे शहरों जैसे नए क्षेत्रों में विस्तार कर रहा है. छोटे शहरों में ज्‍यादा ग्राहक यह रिपोर्ट बताती है कि बड़े शहरों के उपभोक्ताओं की तुलना में छोटे शहरों के ज्यादा उपभोक्ता ऑनलाइन शॉपिंग पर प्रतिमाह 5,000 रुपये से अधिक खर्च करते हैं. यह भारत की उपभोग गाथा है, जो भौतिक तथा डिजिटल खुदरा व्यापार के सह-अस्तित्व को सक्षम बनाती है. यह रिपोर्ट 20 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के 35 शहरों में 2,062 ऑनलाइन विक्रेताओं, 2,031 ऑफलाइन विक्रेताओं और ई-कॉमर्स वेबसाइट के उत्पादों के 8,209 उपभोक्ताओं पर सर्वे कर बनाई गई है. जॉब पाने वाले 9 लोगों में 2 महिलाएं रिपोर्ट के अनुसार, प्रत्येक ई-कॉमर्स विक्रेता औसतन करीब नौ लोगों को रोजगार देता है, जिनमें से दो महिलाएं हैं. प्रत्येक ऑफलाइन विक्रेता करीब छह लोगों को रोजगार देता है, जिनमें से केवल एक महिला है. विभिन्न कौशल स्तरों पर रोजगार में वृद्धि हुई है, जिसमें उच्च-कुशल (प्रबंधन, विपणन), मध्यम-कुशल (ग्राहक सेवा, परिचालन) और निम्न-कुशल (गोदाम, रसद, वितरण) कार्य शामिल हैं. ऑनलाइन विक्रेताओं में से दो-तिहाई से अधिक ने पिछले वर्ष ऑनलाइन बिक्री मूल्य तथा मुनाफे में वृद्धि का अनुभव किया. ई-कॉमर्स ने भारत के खुदरा परिदृश्य में क्रांति ला दी है. Tags: Amazon App Store, Business news, Online ShoppingFIRST PUBLISHED : August 21, 2024, 17:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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