ट्रूडो की जिद से दवाई तक के लिए तरसेगा कनाडा! भारत से दुश्मनी पड़ेगी महंगी
ट्रूडो की जिद से दवाई तक के लिए तरसेगा कनाडा! भारत से दुश्मनी पड़ेगी महंगी
भारत और कनाडा के बीच व्यापारिक संबंधों में तेजी आई है, जो दोनों देशों की बहु-आयामी साझेदारी का अहम हिस्सा है. 2022 में, द्विपक्षीय व्यापार 79,000 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जिसमें भारत के निर्यात 48,000 करोड़ रुपये और आयात 31,000 करोड़ रुपये शामिल हैं.
नई दिल्ली. भारत और कनाडा के बीच व्यापार और निवेश के संबंध, दोनों देशों के बीच के बहुआयामी संबंधों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. 2022 में, वस्तुओं के दो-तरफा व्यापार का मूल्य 871.5 अरब रुपये (10.50 अरब डॉलर) था, जिसमें भारत के निर्यात का हिस्सा 531.2 अरब रुपये (6.40 अरब डॉलर) और आयात का हिस्सा 340.3 अरब रुपये (4.10 अरब डॉलर) था. इसके अतिरिक्त, 2022 में सेवाओं के लिए व्यापार 726.42 अरब रुपये (8.74 अरब डॉलर) तक पहुंच गया.
2023 (जनवरी से अक्टूबर) में, वस्तुओं के व्यापार का कुल मूल्य 636.45 अरब रुपये (7.65 अरब डॉलर) रहा. इस दौरान भारत का निर्यात 390.1 अरब रुपये (4.70 अरब डॉलर) की प्राप्ति की, जबकि आयात का मूल्य 244.85 अरब रुपये (2.95 अरब डॉलर) रहा.
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कनाडा का भारत में निवेश
कनाडाई पेंशन फंड ने भारत में कुल मिलाकर 6,225 अरब रुपये (75 अरब डॉलर) से अधिक का निवेश किया है और वे भारत को निवेश के लिए एक अनुकूल गंतव्य के रूप में देख रहे हैं. इस समय, भारत में 600 से अधिक कनाडाई कंपनियां सक्रिय हैं, जबकि 1,000 से अधिक कंपनियां भारतीय बाजार में व्यावसायिक गतिविधियां कर रही हैं.
क्या होता है निर्याता और आयात
भारत से कनाडा को होने वाले निर्यात में मुख्य रूप से रत्न, आभूषण, कीमती पत्थर, दवा उत्पाद, रेडी-मेड वस्त्र, कार्बनिक रसायन, हल्के इंजीनियरिंग सामान, और लोहे और स्टील के सामान शामिल हैं. वहीं, भारत के आयात में दालें, न्यूजप्रिंट, लकड़ी का पल्प, एसीटोन, पोटाश, लोहे का कचरा, तांबा, खनिज, और औद्योगिक रसायन शामिल हैं.
कनाडा-भारत के बीच तनाव
भारत और कनाडा के रिश्तों में एक बार फिर तनाव पैदा हो गया है. इसके पीछे कनाडा के उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन द्वारा मंगलवार को दिया गया वह बयान है, जिसमें कहा गया था कि शाह ने कनाडा के अंदर सिख अलगाववादियों को निशाना बनाकर हिंसा, धमकी और खुफिया जानकारी जुटाने का अभियान चलाने का आदेश दिया था. मॉरिसन ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के कनाडाई संसद सदस्यों को यह भी बताया था कि उन्होंने ‘वाशिंगटन पोस्ट’ को शाह के नाम की पुष्टि की थी, जिसने (समाचार पत्र ने) सबसे पहले आरोपों के संबंध में रिपोर्ट प्रकाशित की थी. अब बता यहां तक बढ़ गई है कि कनाडा ने अब भारत को साइबर खतरा पैदा करने वाले शत्रुओं की सूची में शामिल कर दिया है.
Tags: Business news, CanadaFIRST PUBLISHED : November 2, 2024, 23:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed