क्या इस बार नहीं होगी अमेजन-फ्लिपकार्ट की त्योहारी सेल क्यों दिख रहा ग्रहण
क्या इस बार नहीं होगी अमेजन-फ्लिपकार्ट की त्योहारी सेल क्यों दिख रहा ग्रहण
Amazon Festive sale : त्योहारी सीजन में सस्ती ऑनलाइन शॉपिंग का इंतजार कर रहे ग्राहकों को इस बार झटका लग सकता है. भाजपा सांसद और खुदरा दुकानदारों के संगठन के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने सरकार को पत्र लिखकर इस पर रोक लगाने की मांग की है.
हाइलाइट्स अमेजन और फ्लिपकार्ट ने अपने त्योहारी सेल की घोषणा कर दी है. कैट ने इसे रोकने के लिए सरकार को पत्र लिखा है. कैट का आरोप है कि इससे छोटे और खुदरा दुकानदारों को नुकसान होगा.
नई दिल्ली. हर साल त्योहारी सीजन में अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां सेल लगाती हैं. इससे कंपनियों की बिक्री तो बढ़ती ही है, ग्राहकों को भी सस्ते सामान खरीदने के लिए इस सेल का इंतजार रहता है. लेकिन, इस बार ई-कॉमर्स के त्योहारी सेल पर विरोध के काले बादल मंडराने शुरू हो गए हैं. भाजपा सांसद और देश के करीब 7 करोड़ खुदरा दुकानदारों के संगठन कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने सरकार को पत्र लिखकर इस बार की त्योहारी सेल पर रोक लगाने की मांग की है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने रविवार को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों अमेजन और फ्लिपकार्ट की आगामी ‘त्योहारी सेल’ को स्थगित करने का आग्रह किया है. खंडेलवाल ने कहा है कि इससे घरेलू व्यापारियों को नुकसान होगा.
उन्होंने देश के छोटे खुदरा विक्रेताओं को बढ़ावा देने और उनकी सुरक्षा के लिए ई-कॉमर्स नियमों और नीति को तुरंत लागू करने का भी आग्रह किया है.
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सीसीआई के रिपोर्ट का दिया हवाला
मंत्री को लिखे पत्र में, चांदनी चौक से लोकसभा सदस्य और अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (कैट) के महासचिव खंडेलवाल ने उन मीडिया रिपोर्टों के बाद त्वरित कार्रवाई करने को कहा, जिनमें दावा किया गया था कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की रिपोर्ट में पाया गया है कि बड़े ब्रांड ‘एंटी-ट्रस्ट’ कानूनों का उल्लंघन करते हुए ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं के साथ मिलीभगत कर रहे हैं.
खेल करती हैं कंपनियां
खंडेलवाल ने ‘अमेजन और फ्लिपकार्ट के आगामी ‘त्योहार बिक्री’ कार्यक्रमों को स्थगित करने का आग्रह किया है, क्योंकि वे प्रतिस्पर्धा-रोधी प्रथाओं के निरंतर उपयोग के माध्यम से घरेलू व्यापारियों को और नुकसान पहुंचाएंगे.प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों के बारे में सीसीआई की रिपोर्ट के बारे में कुछ मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए, सांसद ने कहा कि घरेलू कंपनियों के लिए एक असमान खेल का मैदान बनाया गया है. इससे छोटे कारोबारियों को नुकसान हो रहा है.
बड़े ब्रांड के लिए काम करती हैं ई-कॉमर्स कंपनियां
खंडेलवाल ने कहा, ‘ई-कॉमर्स दिग्गज तरजीही व्यवहार और मिलीभगत को बढ़ावा देते हैं. ये मंच विशिष्ट विक्रेताओं और ब्रांड के साथ तरजीही सूची और विशेष साझेदारी में संलग्न हैं, जिससे अनुचित बाजार का माहौल बनता है.समानता वाले मंच के रूप में कार्य करने के बजाय ‘फ्लिपकार्ट और अमेजन’ दोनों ने चुनिंदा विक्रेताओं को लाभ पहुंचाया और अधिकांश विक्रेताओं को नुकसान उठाना पड़ा.
Tags: Amazon pay, Festive Offer, Festive SeasonFIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 12:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed