थके निवेश को देना है एनर्जी तो यहां लगाएं पैसा! सालभर में आए हैं 2 लाख करोड़

Investment Tips : निवेश को लेकर आप भी असमंजस में हैं तो एनर्जी सेक्‍टर पर दांव लगा सकते हैं. देश में एनर्जी की बढ़ती खपत के साथ इस सेक्‍टर में देसी-विदेशी कंपनियों का निवेश भी बढ़ता जा रहा है. लिहाजा अगले एक दशक तक यहां से अच्‍छ‍ा रिटर्न मिल सकता है.

थके निवेश को देना है एनर्जी तो यहां लगाएं पैसा! सालभर में आए हैं 2 लाख करोड़
हाइलाइट्स शहरीकरण की वजह से एनर्जी की डिमांड लगातार बढ़ रही है. एनर्जी सेक्‍टर में पिछले एक साल में 2 लाख करोड़ निवेश हुए. अगले एक दशक तक एनर्जी सेक्‍टर में तेजी की संभावना है. नई दिल्‍ली. तेजी से बढ़ते शहरीकरण, औद्योगिकीकरण और सरकारी उपायों के चलते इक्विटी म्यूचुअल फंड ने भारत के एनर्जी थीम वाले अवसरों में 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है. एनर्जी को एक बहु-दशकीय (multi-decadal) थीम के रूप में पहचानते हुए फंड हाउस अब एनर्जी एक्सपोजर में जोखिम उठाने को तैयार निवेशकों की बढ़ती भूख को पूरा करने के लिए नए-नए ऑफर लॉन्च कर रहे हैं. एनर्जी की बढ़ती खपत को देखते हुए इस सेक्‍टर में निवेश की लालच न सिर्फ छोटे निवेशकों को है, बल्कि पूरी दुनिया के निवेशक इस सेक्‍टर में जमकर पैसे लगा रहे हैं. 30 जून, 2024 तक एनर्जी थीम का आवंटन 4.07 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो जून 2023 के मूल्य से दोगुना से अधिक और जून 2019 से लगभग चार गुना हो गया है. विविध (Diversified) इक्विटी फंडों के साथ-साथ, एनर्जी-थीम वाले फंड जैसे कि हाल ही में लॉन्च किया गया आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एनर्जी ऑपर्च्युनिटीज फंड, एनर्जी थीम के लिए खासतौर पर एक्सपोजर प्रदान करता है. विशेषज्ञ एनर्जी शेयरों में निवेश के महत्वपूर्ण अवसरों की तरफ इशारा कर रहे हैं, जो वर्तमान में काफी आकर्षक मूल्यांकन पर ट्रेड कर रहे हैं. भारत की एनर्जी डिमांड जो पहले से ही दुनिया की चौथी सबसे बड़ी डिमांड है, आगे और बढ़ने के लिए तैयार है. अनुमान है कि आने वाले वर्षों में इसमें 4% से 5% की वार्षिक वृद्धि होगी. ये भी पढ़ें – बाबू ने दी 500 रुपये वाले नोटों की कई गड्डियां, लगी थी बैंक की सील, खोलकर देखा तो आ गया पसीना 10 साल तक बढ़ने का अनुमान फंड मैनेजर्स को अगले दशक तक मांग में पर्याप्त वृद्धि की उम्मीद है. जैसे-जैसे आय बढ़ती जा रही है और जीवनशैली बदलती जा रही है, एनर्जी से सम्बद्ध अप्लायन्स, वाहनों और आधुनिक सुविधाओं की मांग भी बढ़ती जा रही है. इस वृद्धि को रिनिवेबल एनर्जी के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) स्कीम और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए प्रोत्साहन जैसे सरकारी उपायों से और भी बढ़ावा मिलता है. प्राइस टू अर्निंग डिस्‍काउंट 38 फीसदी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी में फंड मैनेजर नित्या मिश्रा ने कहा, ‘हमारा मानना है कि एनर्जी क्षेत्र में मौजूदा मूल्यांकन उचित है. उदाहरण के लिए, निफ्टी एनर्जी इंडेक्स वर्तमान में व्यापक निफ्टी 50 इंडेक्स की तुलना में 38 प्रतिशत के प्राइस-टू-अर्निंग (पी/ई) डिस्काउंट पर कारोबार कर रहा है. यह तब है जब एनर्जी क्षेत्र ने हाल ही में बड़े बाजार से बेहतर प्रदर्शन किया है. प्राइस-टू-बुक (पी/बी) डिस्काउंट और भी अधिक महत्वपूर्ण है.’ 3 रणनीति से मिलेगी तेजी नित्‍या मिश्रा ने कहा कि भारत में एनर्जी से संबंधित निवेश के लिए विकास की गति निस्संदेह मजबूत है. 3 प्रमुख रणनीति जिसमें मजबूत एनर्जी की डिमांड, सहायक सरकारी नीतियों और तेजी से हो रही तकनीकी प्रगति से अगले दशक में इस क्षेत्र में अच्छा खासा रिटर्न मिलने का माहौल है. इस फंड हाउस का प्लान एक विविध दृष्टिकोण अपनाने का है, जिसमें संपूर्ण एनर्जी वैल्यू चेन में स्ट्रेटेजिक रूप से निवेश आवंटित किया जाएगा. पोर्टफोलियो का लक्ष्य होगा कि किसी एक कंपनी या सब सेक्टर पर अत्यधिक निर्भर न रहा जाए. (Disclaimer: यहां बताए गए स्‍टॉक्‍स ब्रोकरेज हाउसेज की सलाह पर आधारित हैं. यदि आप इनमें से किसी में भी पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्‍टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए jharkhabar.com जिम्मेदार नहीं होगा.) Tags: Business news, Invest money, Investment tipsFIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 17:18 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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