आलू जैसी दिखने वाली अनोखी सब्जी जिसकी खेती कर किसान बन रहे हैं मालामाल

Arbi Ki Kheti: अरबी की खेती कर बहुत से किसान तगड़ा मुनाफा कमा रहे हैं. इसी बारे में लोकल18 को बताया किसान रमेश चंद्र ने.

आलू जैसी दिखने वाली अनोखी सब्जी जिसकी खेती कर किसान बन रहे हैं मालामाल
सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: खेती करते वक्त हर किसान चाहता है कि उसे मेहनत का फल मिले. अच्छी कमाई हो. लागत से दोगुना मुनाफा हो. लेकिन इन सबके लिए जरूरी है कि किसान जिस भी चीज का खेती कर रहा है, उसका चुनाव सोच समझकर करें. जैसे आलू जैसी दिखने वाली अरबी किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है. फर्रुखाबाद में भी अरबी की फसल बड़े पैमाने पर उगाई जा रही है. किसानों का कहना है कि इस फसल को कम लागत में लगाकर बढ़िया मुनाफा कमाया जा सकता है. अरबी की खेती में कम लगती है मेहनत लोकल 18 से बात की कुअरपुर निवासी रमेश चंद्र ने. उन्होंने बताया कि वो हर साल कई बीघा खेत में अरबी की फसल लगाते हैं. एक बीघा में अरबी की बुवाई करने में 15 हजार रुपये लगते हैं. वहीं, 40 से 80 रुपए प्रति किलो की दर से बिक्री के साथ ही बीज खरीदा जा सकता है. ऐसे में जब 90 से 120 दिनों में यह फसल शुरू होती है, तो लगभग एक बीघा में 4 क्विंटल तक की पैदावर हो जाती है. जानवर भी नहीं पहुंचाते कोई नुकसान आमतौर पर खेतों में जानवर फसल को नुकसान पहुंचाते हैं. लेकिन अरबी की फसल के साथ ऐसा नहीं है. इसके पौधे को पशु कम चरते हैं. अरबी या घुइयां जमीन के अंदर होती है, तो जानवर चाहकर भी कुछ बिगाड़ नहीं पाते हैं. अरबी में होते हैं ढेर सारे पोषक तत्व अरबी खाने से सेहत को कई सारे फायदे मिलते हैं. प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम और आयरन जैसे कई पोषक तत्वों से यह सब्जी भरी होती है. एंटीऑक्सीडेंट, पोटेशियम और सोडियम के लिए यह अच्छा विकल्प है. कैसे करें अरबी की खेती? अरबी की खेती के लिए सबसे पहले सही भूमि को चुनना होगा. ऐसी जगह जहां जल निकासी का बढ़िया इंतजाम हो. साथ ही अच्छी क्वालिटी के बीजों की बुवाई करें. समय से सिंचाई भी करें. जब यह फसल 4 महीने की हो जाती है, तो खेत से इसे निकाल कर मंडी में बेचा जाता है. Tags: Agriculture, Bihar News, Local18FIRST PUBLISHED : August 21, 2024, 13:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed