बंपर मुनाफे वाली है यह खेती जड़ से लेकर पत्ते तक की है भारी डिमांड

किसान कन्हैयालाल बताते हैं कि वह बीते 5 वर्षों से एक बीघा जमीन पर अरबी की खेती कर रहे हैं.जिससे वह अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. वह बताते हैं कि एक बीघा जमीन में लगभग 10 से 15 हजार रुपए की लागत आती है.

बंपर मुनाफे वाली है यह खेती जड़ से लेकर पत्ते तक की है भारी डिमांड
रिपोर्ट सौरभ वर्मा/ रायबरेली : खेत में दिख रहे हरे रंग के पौधे कोई कोई साधारण पौधे नहीं बल्कि यह ऐसे पौधे हैं, जिसकी खेती करके किसान मालामाल हो रहे हैं. क्योंकि इस पौधे के पत्ते से लेकर जड़ तक की मांग बाजारों में खूब रहती है. हो भी क्यों ना साधारण से दिखने वाले इस पौधे के पत्ते से लेकर जड़ से बनी सब्जी आम आदमी से लेकर पांच सितारा होटल में भी खूब पसंद किया जाता है. जी हां अरबी के पत्तों से बने पकोड़े, जड़ से बनी सब्जी लोगों को खूब लुभाती है.लोग इसे बड़े चाव से खाना पसंद करते हैं. रायबरेली जनपद के शिवगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़रिया गांव के रहने वाले कन्हैयालाल इसकी खेती करके मालामाल हो रहे हैं. क्योंकि इसमें लागत कम और मुनाफा ज्यादा होता है. वर्ष में दो बार होती है इसकी बुवाई  वह बताते हैं कि अरबी की खेती वर्ष में दो बार रबी और खरीफ के सीजन में इसकी खेती की जाती है. रबी के सीजन यानी फरवरी से मार्च महीने में तो वहीं खरीफ के सीजन यानी की जून जुलाई महीने में की जाती है. क्योंकि पूरे वर्ष बाजारों में इसकी खूब मांग बनी रहती है. कतार विधि से होती है बुवाई  वहीं इसकी बुवाई के बारे में बात करते हुए कन्हैयालाल बताते हैं कि इसकी बुवाई भी अन्य फसलों से इतर होती है. इसकी बुवाई कतार विधि में की जाती है. साथ ही वह बताते हैं की कतार से कतर के बीच की दूरी 45 सेमी और पौधे से पौधे के बीच की दूरी 30 सेंटीमीटर होनी चाहिए कतार विधि से बुवाई करने पर फसल की पैदावार अधिक होती है. बुवाई के 5 से 6 दिन बाद इसकी पहली सिंचाई कर देना चाहिए. कम लगात में अधिक मुनाफा Local 18 से बात करते हुए प्रगतिशील किसान कन्हैयालाल बताते हैं कि वह बीते 5 वर्षों से एक बीघा जमीन पर अरबी की खेती कर रहे हैं.जिससे वह अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. वह बताते हैं कि एक बीघा जमीन में लगभग 10 से 15 हजार रुपए की लागत आती है. तो वहीं सीजन में 80 से 90 हजार रुपए की आसानी से कमाई हो जाती है. जो अन्य फसलों की तुलना में काफी अधिक है.खेतों में तैयार फसल को वह रायबरेली व बाराबंकी की बाजारों में बिक्री के लिए भेजते हैं. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 26, 2024, 15:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed