लीची की बंपर पैदावार के लिए किसान अपनाएं ये तकनीक खूब मिलेगा मुनाफा

किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कानपुर का  चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय शोध करता रहता है. अब इसी क्रम में विश्वविद्यालय द्वारा लीची की फसल को और प्रभावी और पैदावार बढ़ाने के लिए खास शोध किया है.

लीची की बंपर पैदावार के लिए किसान अपनाएं ये तकनीक खूब मिलेगा मुनाफा
अखंड प्रताप सिंह/ कानपुर: यूं तो लीची की फसल के लिए तराई क्षेत्र सबसे उपयुक्त माना जाता है. लेकिन उत्तर प्रदेश में भी बीते कई सालों से लीची की फसल होती है. लेकिन पैदावार अधिक नहीं होने के कारण किसानों को अधिक मुनाफा नहीं मिल पाता था. किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कानपुर का  चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय शोध करता रहता है. अब इसी क्रम में विश्वविद्यालय द्वारा लीची की फसल को और प्रभावी और पैदावार बढ़ाने के लिए खास शोध किया है. जिसमें उन तरीकों को निकाला गया है, जिससे लीची की फसल से बंपर मुनाफा कमाया जा सकता है. जानिए क्या है यह तकनीक और क्या है यह शोध. उद्यान विभाग में हुआ शोध चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के उद्यान विभाग में यह शोध किया गया है. उद्यान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर सी के त्रिपाठी ने बताया कि लीची की फसल बेहद मुनाफे वाली होती है. लेकिन उत्तर भारत में लीची की फसल कई सालों से हो रही है, लेकिन अक्सर पेड़ में ही फलों के फटने की शिकायत किसान करते रहते थे. जिसको लेकर यहां पर शोध किया गया है. जिसमें यह सामने आया है कि किस तरीके से किसान अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं और ऐसा करने से उनकी फसल में पैदावार भी अधिक होगी. इस तरीके से होगी लीची की बंपर पैदावार डॉ वीके त्रिपाठी ने बताया कि लीची के पौधे में सबसे जरूरी चीज है कि उसमें नमी बनी रहनी चाहिए. इसलिए किसानों को अपने पेड़ों में हमेशा पानी का छिड़काव करते रहना चाहिए और पौधों में नमी के लिए पुआल बिछाना भी बेहद फायदेमंद होता है. वहीं लीची में हमेशा फल के फट जाने की समस्या सामने आती है, जिससे निजात पाने के लिए एक लीटर पानी में 40 ग्राम नैपकिन टेस्टिंग एसिड , 4 ग्राम जिंक सल्फेट और 5 ग्राम बोरेक्स को मिलाकर पौधों में छिड़काव करना चाहिए. इससे यह समस्या भी दूर होगी. साथ ही पेड़ में किसी तरह के रोग भी नहीं लगेंगे और पैदावार भी अच्छी होगी. वहीं डॉक्टर त्रिपाठी ने बताया कि यहां पर लीची की कई प्रजातियां तैयार की जा रही हैं. इसके साथ ही इनके पौधों को भी तैयार किया जा रहा है, जो देशभर में भेजे जाएंगे. जिनको लगाकर किसान अच्छी पैदावार पा सकते हैं. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 14:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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