जोरदार मुनाफा रोपाई नहीं यहां धान की हो रही कटाई एक साल में करते हैं 3 फसल

प्रयागराज में गंगा पार के किसान धान की अगेती खेती कर फसल का अनोखा प्रयोग कर रहे हैं. इसकी सफलता के बाद आसपास के किसान भी इस तरह की खेती करने के लिए तैयार हो रहे हैं.

जोरदार मुनाफा रोपाई नहीं यहां धान की हो रही कटाई एक साल में करते हैं 3 फसल
प्रयागराज: इस समय उत्तर प्रदेश में जहां किसान बड़े पैमाने पर धान की रोपाई कर रहे हैं, वहीं प्रयागराज के हड़िया तहसील के याकूबपुर गांव के किसान धान की अग्रणी खेती को लेकर चर्चा में हैं. इस गांव में अधिकतर किसान धान की रोपाई नहीं बल्कि कटाई का काम कर रहे हैं. प्रयागराज के किसान धान की अगेती फसल की खेती करते हैं. करते हैं तीन फसल की खेती प्रयागराज में गंगा पार के किसान धान की अगेती खेती कर फसल का अनोखा प्रयोग कर रहे हैं. इसकी सफलता के बाद आसपास के किसान भी इस तरह की खेती करने के लिए तैयार हो रहे हैं. हड़िया तहसील के याकूबपुर गांव के महेंद्र सिंह पटेल बताते हैं कि उन्होंने फरवरी के अंतिम सप्ताह में धान की नर्सरी तैयार की, जिसका जून के अंतिम सप्ताह में धान की कटाई कर फिर से रोपाई की. इससे उन्हें वर्ष में एक ही खेत में तीन फसलें उगाने का मौका मिल जाता है, जिसमें दो बार धान और एक बार आलू की खेती करते हैं. इसके अलावा, सावरा गांव के उमाशंकर पटेल और निकनापुर गांव के शिवकुमार पटेल का परिवार भी इस समय धान की कटाई के काम में लगे हैं. धान की इस प्रजाति की खेती गर्मी के महीने में धान की फसल की खेती की शुरुआत सबसे पहले सावरा गांव के निवासी उमाशंकर पटेल ने की. याकूबपुर गांव के महेंद्र पटेल ने दो वर्षों तक इस विधि को सीखा और उसके बाद उन्होंने भी गर्मी में धान की रोपाई की. उन्होंने बताया कि फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में धान की मसूरी जीरा-32 फसल की नर्सरी खेत में डाली और मार्च के अंतिम सप्ताह में रोपाई की. यह फसल 90 से 95 दिनों में तैयार हो जाती है, जहां एक विघा में 12 से 15 कुंतल धान की पैदावार होती है. बढ़ रहा इस खेती का दायरा महेंद्र सिंह पटेल बताते हैं कि 2019 से हमारे क्षेत्र में गर्मी के मौसम में धान की फसल की खेती की जा रही है. धीरे-धीरे आसपास के गांव के लोग भी इस खेती की शुरुआत कर रहे हैं, जिससे उन्हें तिहरा लाभ मिल रहा है. शिवकुमार बताते हैं कि गर्मी के महीने में धान की खेती करना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन इस प्रजाति की धान की ज्यादा सिंचाई नहीं करनी पड़ती है. बस खेत में नमी बनाए रखने का ध्यान रखना पड़ता है. Tags: Agriculture, Local18, Paddy cropFIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 10:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed