कुबेर का खजाना है यह फसल कुछ सालों में किसान बन जाएंगे करोड़पति
कुबेर का खजाना है यह फसल कुछ सालों में किसान बन जाएंगे करोड़पति
Dragon Fruits Farming: यूपी के बागपत के किसान राजेश कुमार 8 बीघा जमीन में ड्रैगन फ्रूट्स की खेती करते हैं. किसान ने बताया कि ये पेड़ 18 माह बाद फल देने लगे. अब वह घर बैठे तीन गुना मुनाफा कमा रहा है. इसके साथ ही फसल में ज्यादा लागत भी नहीं आ रही है.
बागपत: यूपी के बागपत के एक किसान राजेश कुमार 2 सालों से ड्रैगन फ्रूट्स की खेती कर रहे हैं. किसान के अनुसार ड्रैगन फ्रूट्स की खेती से तीन गुना अधिक मुनाफा होता है. इस फसल को तैयार करने में कम लागत में तैयार किया जा सकता है. साथ ही एक बार तैयार करने के बाद 25 साल तक मुनाफा कमाया जा सकता है. इस फल की मार्केट में इतनी मांग है कि खेत से निकालने के बाद तुरंत बिक्री हो जाती है.
किसान ने दी तैयार करने की जानकारी
किसान राजेश कुमार ने बताया कि पहले वह धान, गेहूं, गन्ना और अन्य फसलों की खेती करते थे. जहां कम आय होने के चलते उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. वहीं, कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारी शिवम सिंह द्वारा दिए गए सुझाव के बाद उन्होंने ड्रैगन फ्रूट्स की खेती शुरू की और हरियाणा के करनाल से ड्रैगन फ्रूट्स का बीज लेकर आए.
18 माह में फल देने लगते हैं पेड़
किसान ने बताया कि वह बीज को अपने खेतों में रोपाई किए. जहां 18 महीने में पौधा तैयार होने के बाद उसने फल देना शुरू हो गया. जिसके बाद किसान को अच्छा मुनाफा मिल रहा है. आज के समय में ड्रैगन फ्रूट्स का रेट 150 रुपए किलो से लेकर 250 रुपए किलो तक मार्केट में है, जिससे किसान को अच्छा मुनाफा मिल रहा है.
25 साल तक पेड़ देते हैं फल
किसान राजेश ने बताया कि वह खेकड़ा कस्बे में अपनी 8 बीघा भूमि पर इसकी खेती कर रहे हैं. यह एक ऐसी फसल है, जिसमें कम पानी की जरूरत होती है और इसका पौधा कीट से भी खराब नहीं होता है. उसके रखरखाव का ध्यान अगर अच्छे से रखा जाए, तो यह एक बार लगाने के बाद 25 सालों तक निरंतर फल देता है.
खेतों से ही हो जाती है बिक्री
किसान ने बताया कि यह ऑफ सीजन में ड्रैगन फ्रूट्स का रेट और भी बढ़कर लगभग 400 किलो तक हो जाता है. यह एक ऐसी फसल है, जिसे उगाने के बाद किसान अन्य फसलों से तीन गुना तक मुनाफा कमाता है और इसकी बिक्री खेत से ही हो जाती है.
Tags: Agriculture, Baghpat news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 17:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed