इस खेती ने किसान की बदल की तकदीर! लाखों का हो रहा मुनाफा बन गया मालामाल

रामपुर के युवा किसान जहांगीर बताते हैं कि वे वर्ष 2016 से अमरूद की खेती कर रहे हैं, क्योंकि अमरुद की फसल कम लागत में बेहतर मुनाफा प्राप्त करने का बेहतर विकल्प है और उन्हें एक फसल से 3 से 4 लाख का मुनाफा हो जाता है.

इस खेती ने किसान की बदल की तकदीर! लाखों का हो रहा मुनाफा बन गया मालामाल
अंजू प्रजापति/रामपुर: बदलते वक्त के साथ खेती में भी बदलाव आ रहा है. परंपरागत खेती छोड़ शहर के किसान ने अमरूद की खेती करने की तरफ रुझान किया है. उल्लेखनीय है कि बागवानी कृषि एक तेजी से उभरता हुआ कृषि व्यवसाय है. रामपुर का  एक किसान ने 80 बीघा जमीन में अमरूद की बागवानी कर  तगड़ा मुनाफा कमा रहा है. रामपुर के युवा किसान जहांगीर बताते हैं कि वे वर्ष 2016 से अमरूद की खेती कर रहे हैं, क्योंकि अमरुद की फसल कम लागत में बेहतर मुनाफा प्राप्त करने का बेहतर विकल्प है और उन्हें एक फसल से 3 से 4 लाख का मुनाफा हो जाता है. उन्होंने अपने बाग में मलिहाबाद का एल 49 अमरूद लगाया है और दो साल में बाग तैयार हो गया. यह एशिया का एक उच्च उपज देने वाला पेड़ है, जो पेड़ से ताज़ा खाने या डिब्बाबंद और संरक्षित करने के लिए बड़े फल पैदा करता है. यह साल में दो बार प्रति एक पेड़ में एक क्विंटल अमरूद की पैदावार देता है. उन्होंने बताया कि जिले के कोसी पूल के पास 80 बीघा में 500 से अधिक पौधे लगाए. इसके अलावा उनके यहां बाकी फलों के पेड़ भी लगे हुए हैं. उनके बाग का अमरूद दिल्ली, मुरादाबाद व शहर के हाईवे पर बिक जाता है. किसान ने एक पौधे के दाम पूछने पर बताया कि अमरूद का पौधा कितने रुपये में मिलेगा, ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन से  किस्म की खेती करते हैं. अमरूद की खेती के लिए लगभग हर तरह की मिट्टी उपयुक्त होती है और अमरूद तेज गर्मी में भी पनप सकता है.  इस पर मौसम की मार का अधिक असर नहीं होता है. अमरुद के पौधे 20 फुट की दूरी पर लगाए जाते हैं. अच्छी उपज के लिए दो बार सिंचाई जाड़े में तथा तीन बार सिंचाई गर्मी के दिनों में करनी चाहिए. गोबर की सड़ी हुई खाद या कंपोस्ट 15 गाड़ी प्रति एकड़ देने से अत्यंत लाभ होता है. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 28, 2024, 13:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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