JEE में नंबर 2 रैंक IIT Kanpur से बीटेक अब जी रहे हैं ऐसी लाइफ
JEE में नंबर 2 रैंक IIT Kanpur से बीटेक अब जी रहे हैं ऐसी लाइफ
IIT JEE Story: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) से पढ़ाई करना हर किसी का सपना होता है. लेकिन इस सपने को पूरा करने के लिए जेईई की परीक्षा को पास करना होता है. कई ऐसे उम्मीदवार भी होते हैं, जो इस परीक्षा को पास करने के साथ ही टॉप रैंकरों में भी शुमार होते हैं. ऐसी ही कहानी इस शख्स की है.
JEE Success Story: इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले अधिकांश युवाओं का सपना भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में दाखिला लेना होता है. आईआईटी से पढ़ाई करने के लिए युवाओं को जेईई की परीक्षा को पास करना होता है. इस परीक्षा को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है. जेईई आईआईटी में जाने का एक एंट्री गेट भी है. इसे पार कर लिए मतलब आईआईटी में एडमिशन मिल गया. इस परीक्षा को पास करने के लिए लोग जीतोड़ मेहनत करते हैं और सफल भी होते हैं. ऐसी ही कहानी एक शख्स की है, जो जेईई की परीक्षा में दूसरी हासिल की हैं. इनका नाम शुभम तुलसियानी (Shubham Tulsiani) है.
IIT Kanpur से किया बीटेक
वर्ष 2009 में जेईई की परीक्षा में दूसरी रैंक लाने वाले शुभम (Shubham Tulsiani) को प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल और डायरेक्टर गोल्ड मेडल मिला चुका है. वह अपने स्कूली दिनों से ही एक मेधावी छात्र रहे हैं. इनके माता-पिता दोनों डॉक्टर हैं. उन्होंने कक्षा 10वीं में 93% और कक्षा 12वीं में 90% अंक प्राप्त किए हैं. उन्होंने वर्ष 2009 में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में दूसरा स्थान भी हासिल किया. इसके बाद उन्होंने आईआईटी-कानपुर से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की.
माता-पिता दोनों हैं डॉक्टर
इसके बाद शुभम (Shubham Tulsiani) अमेरिका के बर्कले विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री हासिल की. वह कंप्यूटर विज़न पर रिसर्च किए हैं. उनका मानना था कि देश में मौजूद कई समस्याओं को तकनीक की मदद से हल किया जा सकता है. शुभम के पिता डॉ. केएल तुलसियानी और मां डॉ. राजकुमारी तुलसियानी जोधपुर के मूल निवासी हैं. शुभम के माता-पिता ने कभी भी मेडिकल प्रोफेशन चुनने के लिए दबाव नहीं डाला. उन्हें वहीं करने दिया, जो वे करना चाहते थे.
इस विश्वविद्यालय में हैं असिस्टेंट प्रोफेसर
शुभम के भाई मधुर तुलसियानी ने भी वर्ष 2005 में यही गोल्ड मेडल हासिल किए थे. वर्तमान में मधुर अमेरिका में पीएचडी पूरी करने के बाद शिकागो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में पढ़ा रहे हैं. लिंक्डेन प्रोफाइल के अनुसार शुभम कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय (CMU), पिट्सबर्ग, पेनसिल्वेनिया में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं.
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Tags: Iit, Iit kanpur, Jee main, Success StoryFIRST PUBLISHED : September 4, 2024, 17:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed