किसान ने गोबर से शुरू किया यह काम बदल गई तकदीर आज घर बैठे कमा रहा लाखों
किसान ने गोबर से शुरू किया यह काम बदल गई तकदीर आज घर बैठे कमा रहा लाखों
यूपी का महाराजगंज जिला एक ग्रामीण क्षेत्र वाला जिला है. यहां ज्यादातर लोग खेती से जुड़ा व्यवसाय करते हैं. ऐसे ही एक व्यक्ति हैं रामचंद्र चौधरी जो वर्मी कंपोस्ट बनाते हैं. इन्होंने एक छोटे स्तर पर वर्मी कंपोस्ट बनाने का काम शुरू किया था. आज वह लाखों में कमाई कर रहे हैं.
महाराजगंज: उत्तर प्रदेश का महाराजगंज जिला पड़ोसी देश नेपाल से लगा हुआ है. यहां का ज्यादातर क्षेत्र ग्रामीण परिवेश वाला है. जिले के ज्यादातर लोग कृषि और कृषि आधारित व्यवसाय में लगे हुए हैं. इनमें से ही एक है रामचंद्र चौधरी, जो वर्मी कंपोस्ट बनाने का काम करते हैं. कृषि से जुड़ा यह काम उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है. किसान रामचंद्र ने बताया कि वह पिछले 5 सालों से वर्मी कंपोस्ट बनाने का काम कर रहे हैं.
45 से 50 दिन वर्मी कंपोस्ट होता है तैयार
कटका के रहने वाले रामचंद्र चौधरी को वर्मी कंपोस्ट बनाने का अच्छा खासा अनुभव हो गया है. उन्होंने बताया कि सिर्फ 45 से 50 दिनों में वर्मी कंपोस्ट बनकर तैयार हो जाता है. वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए उन्हें गोबर की जरूरत होती है, जो उन्हें गौसदन से भी मिल जाता है. या फिर लोकल एरिया में मिल जाता है. उन्हें जरूरी सामान के लिए ज्यादा परेशान होने की जरूरत भी नहीं पड़ती है. वह बताते हैं कि वर्मी कंपोस्ट बनाने के इस काम में उनकी पत्नी भी उनका पूरा सहयोग करती है.
हाथों हाथ बिकते हैं वर्मी कंपोस्ट
रामचंद्र चौधरी बताते हैं कि उनके यहां बने वर्मी कंपोस्ट को बेचने के लिए उन्हें कहीं जाने की भी जरूरत नहीं पड़ती है. लोग खुद उन तक पहुंचकर वर्मी कंपोस्ट खरीदकर ले जाते हैं. इनके यहां 30 किलोग्राम के बोरी की कीमत 225 रुपए होती है. वर्मी कंपोस्ट तैयार होते ही उनके यहां खरीदारों की लाइन शुरू हो जाती है. वर्मी कंपोस्ट खरीदारों में किसान के साथ-साथ कुछ थोक व्यापारी भी उनके यहां से वर्मी कंपोस्ट खरीद कर ले जाते हैं.
वर्मी कंपोस्ट के व्यवसाय से देते हैं रोजगार
वर्मी कंपोस्ट बनाने की प्रक्रिया में काफी मेहनत की जरूरत होती है, ऐसे में रामचंद्र एक स्वयं सहायता समूह की 12 महिलाओं को रोजगार भी देते हैं. इन्होंने बताया कि एक महिला को ₹200 प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी भी देते हैं. रामचंद्र वर्मी कंपोस्ट बनाने के व्यवसाय में स्वरोजगार के साथ-साथ रोजगार भी दे रहे हैं.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 15, 2024, 11:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed