पाॅली हाउस में खेती करना है बेहद आसान कम लागत में बेहतर कमाई का है जरिया

किसान दिग्विजय सिंह पटेल ने बताया कि 4 साल से डेढ़ बीघा में लगे पॉली हाउस में सब्जी की खेती कर रहे हैं. डेढ़ बीघा के पॉली हाउस में खीरा की खेती कर रहे हैं. वहीं एक बीघे में 9 से 10 हजार की लागत आती है. वहीं एक से डेढ़ लाख का मुनाफा आराम से हो जाता है. पॉली हाउस में खीरा केबीज बुआई करने पर 50 से 55 दिनों में ही फलन शुरू हो जाता है.

पाॅली हाउस में खेती करना है बेहद आसान कम लागत में बेहतर कमाई का है जरिया
बाराबंकी. खेती का ट्रेंड लागतार बदल रहा है. आधुनिक तकनीक ने खेती की राह को आसान बना दिया है. किसान तकनीक का इस्तेमाल कर खेती से अच्छी कमाई कर रहे हैं. वहीं पॉलीहाउस भी किसानों के लिए कारगर साबित हो रहा है. पॉलीहाउस सब्जी व फूल उत्पादन के लिए उपयुक्त  है. इसमें किसान बेमौसमी सब्जियों व फूलों का उत्पादन कर तगड़ी कमाई कर सकते हैं. बाराबंकी के किसान दिग्विजय सिंह पटेल चार साल से अच्छी कमाई कर रहे हैं. डेढ़ लाख तक हो जाती है कमाई  बाराबंकी जिला स्थित मानपुर गांव के रहने वाले किसान दिग्विजय सिंह पटेल ने लोकल 18 को बताया कि पॉली हाउस में खीरे की खेती करने पर धूप, बारिश, आंधी, लू और सर्दी का असर नहीं होता है.  पॉली हाउस के अंदर किसी भी फसल की खेती हर मौसम में कर सकते हैं. इससे पैदावार बढ़ जाती है और किसानों को अच्छा मुनाफा होता है. उन्होंने बताया कि 4 साल से डेढ़ बीघा में लगे पॉली हाउस में सब्जी की खेती कर रहे हैं. डेढ़ बीघा के पॉली हाउस में खीरा की खेती कर रहे हैं. वहीं एक बीघे में 9 से 10 हजार की लागत आती है. वहीं एक से डेढ़ लाख का मुनाफा आराम से हो जाता है. पॉली हाउस में खेती करना है बेहद आसान किसान दिग्विजय सिंह पटेल ने लोकल 18 को बताया कि मौसम के हिसाब से भी पॉली हाउस में खेती कर सकते हैं. पॉली हाउस में खेती करना बेहद आसान है. खीरा की खेती के लिए पहले गोड़ाई कर मेड़ तैयार करते हैं. उसके बाद बीज की बुवाई करते हैं. जब पौधे निकलने लगता है तो ड्रिप विधि से इसकी सिंचाई करते हैं. जिससे फसल को जरूरत के अनुसार पानी मिल जाता है. इससे फसल के सड़ने, गलने और रोग लगने का खतरा कम हो जाता है. वहीं 50 से 55 दिनों में फलन शुरू हो जाता है. Tags: Agriculture, Barabanki News, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 19:59 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed