नोएडा जिला अस्पताल का कारनामा यूपी पुलिसकर्मियों से ही मांग ली रिश्वत
नोएडा जिला अस्पताल का कारनामा यूपी पुलिसकर्मियों से ही मांग ली रिश्वत
नोएडा सेक्टर 39 स्थित सरकारी जिला अस्पताल में रिश्वत मांगने की घटना पर हंगामा हो गया. शनिवार को मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने पहुंचे दर्जनों पुलिसकर्मियों से अस्पताल में रिश्वत मांगी गई, जिस पर बवाल हो गया.
गौतमबुद्ध नगर के डिस्ट्रिक्ट गर्वनमेंट कंबाइंड अस्पताल में शनिवार को उस वक्त हंगामा मच गया, जब अस्पताल में मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने पहुंचे यूपी पुलिस कर्मचारियों से ही अस्पताल में मौजूद महिला स्टाफ ने रिश्वत की मांग कर दी. जिसका विरोध करने के बाद पुलिसकर्मी कई घंटों तक अपने कागजों को लेकर अस्पताल में इधर-उधर भटकते रहे और सर्टिफिकेट बनवाने की कोशिश करते रहे.
अस्पताल में मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों ने jharkhabar.comhindi से बातचीत में बताया कि यूपी पुलिस विभाग के शेड्यूल के तहत यूपी पुलिस कर्मचारियों को ट्रेनिंग के लिए जाना है. जिसके लिए मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट की जरूरत थी. शुक्रवार को ही मिले आदेशों के बाद शनिवार को अकेले गौतमबुद्ध नगर से ही कई दर्जन पुलिसकर्मी फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने के लिए एक साथ सरकारी जिला संयुक्त अस्पताल नोएडा सेक्टर 39 पहुंचे थे.
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पुलिसकर्मियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब वे फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने पहुंचे तो नीचे अस्पताल के रूम नंबर 37 में मौजूद महिला कर्मचारी ने उनसे सर्टिफिकेट के बदले 500 रुपये देने की डिमांड की. पुलिसकर्मियों ने इतने पैसे का कारण पूछा तो वह 200 रुपये कम से कम फीस की डिमांड पर अड़ी रही. ऐसे में कुछ पुलिसकर्मियों ने 200 रुपये देकर सर्टिफिकेट बनवा लिए, जबकि बाकी पुलिसवालों ने 200 रुपये की कोई रसीद न देने और रिश्वत मांगने पर हंगामा कर दिया.
हंगामे के बाद काफी देर तक दर्जनों पुलिसकर्मी मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने के लिए अस्पताल में इधर से उधर भटकते रहे. वहीं कुछ लोग इसकी शिकायत करने के लिए अस्पताल में मौजूद सीएमएस डॉ. रेनु अग्रवाल के पास पहुंचे. जहां पुलिसकर्मियों को सर्टिफिकेट के लिए जांचें करवाने के लिए कह दिया गया.
पुलिसकर्मियों ने बताया कि ज्यादातर लोगों को रविवार को ही यूपी के अलग-अलग इलाकों में ट्रेनिंग के लिए निकलना है, ऐसे में तत्काल मिले विभाग के आदेशों की जानकारी देने के बाद भी अस्पताल की ओर से उन्हें या तो रिश्वत देने या फिर सर्टिफिकेट के लिए अगले दिन तक इंतजार करने के लिए कहा. जबकि रविवार को अस्पताल की ओपीडी की भी छुट्टी रहती है, ऐसे में न तो जांचें ही होतीं और न ही रिपोर्ट मिलती. फिर सर्टिफिकेट कैसे बनते?
क्या बोलीं सीएमएस डॉ. रेनु अग्रवाल
अस्पताल में हुई रिश्वत मांगने की घटना पर अस्पताल की चीफ मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ.रेनु अग्रवाल ने उल्टा पुलिसकर्मियों पर ही फर्जी सर्टिफिकेट बनवाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अस्पताल में जिसने रिश्वत मांगी है, उसके खिलाफ लिखित शिकायत कीजिए, एक्शन लेंगे, जो पैसे उसने लिए हैं, उन्हें रिकवर कराएंगे.
डॉ. रेनु ने कहा कि पुलिसकर्मियों का फिटनेस सर्टिफिकेट बनाने का काम सीएमओ ऑफिस का था. उन्होंने सीएमओ से इस संबंध में कोई बात नहीं की, हालांकि पुलिसकर्मी जब उनके पास आए तो 26 पुलिस कर्मचारियों के ओपीडी पर्चों पर उन्होंने जांचें कराने के लिए लिख दिया था. अस्पताल का समय 2 बजे तक का है. सिर्फ इतने बजे तक ही सभी जांचें होंगी और उनकी रिपोर्ट अगले दिन ही मिलेगी. उसके बाद ही सर्टिफिकेट मिलेगा. इसके बाद इमरजेंसी खुली है. एक सर्टिफिकेट के लिए 75 रुपये की फीस लगती है.
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Tags: Bribe news, District Hospital, Greater noida news, Noida news, UP policeFIRST PUBLISHED : August 3, 2024, 17:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed