इस फूल की खेती कर किसान बना मालामाल सालाना कमा रहा 35 लाख रुपए

जनपद बाराबंकी के एक युवा किसान की  जरबेरा के फूलों की खेती से किस्मत चमक उठी. इस खेती से उन्हें लागत के हिसाब से अच्छा मुनाफा भी हो रहा है, जिसके लिए वह कई सालों से जरबेरा के फूलों की खेती करके लाखों रुपए मुनाफा कमा रहे हैं.

इस फूल की खेती कर किसान बना मालामाल सालाना कमा रहा 35 लाख रुपए
संजय यादव/ बाराबंकी : फूलों की खेती के तहत किसान जरबेरा की खेती करके लाखों रुपए की कमाई कर सकते हैं. आज कई किसान जरबेरा की खेती करके काफी अच्छा लाभ प्राप्त कर रहे हैं. खास बात यह है कि जरबेरा की खेती के लिए सरकार की ओर से किसानों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है. ऐसे में किसान बहुत ही कम लागत पर जरबेरा की खेती करके काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं. जिले के युवा किसान अब फूलो की खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं. जरबेरा एक ऐसा फूल है, जिसे सजावट के काम में लिया जाता है. इसकी बाजार में काफी मांग होने से कई किसान इसकी खेती करने लगे हैं. इसका वानस्पतिक नाम जरबेरा जेमेसोनी है. यह एक संकर प्रजाति का पौधा है. जरबेरा को एक बार लगाकर लगातार सात वर्षों तक इसकी पैदावार की जा सकती है. जनपद बाराबंकी के एक युवा किसान की  जरबेरा के फूलों की खेती से किस्मत चमक उठी. इस खेती से उन्हें लागत के हिसाब से अच्छा मुनाफा भी हो रहा है, जिसके लिए वह कई सालों से जरबेरा के फूलों की खेती करके लाखों रुपए मुनाफा कमा रहे हैं. बाराबंकी जिले के रामनगर क्षेत्र के बेरिया गांव के रहने वाले किसान सुमित वर्मा ने एक पाली हाउस लगाकर जरबेरा के फूलों की खेती की शुरुआत की, जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा देखने को मिला. आज वह करीब 4 पाली हाउस लगाकर जरबेरा फूलों की खेती कर रहे हैं. इस खेती से उन्हें लगभग 30 से 35 लाख रुपए मुनाफा प्रतिवर्ष हो रहा है. जरबेरा फूलों की खेती करने वाले किसान सुमित वर्मा ने बताया पढ़ाई करने के बाद नौकरी की तरफ न जाकर खेती किसानी शुरू की. क्योंकि मेरा इंटरेस्ट पहले से ही एग्रीकल्चर की तरफ था. फिर हमें उद्यान विभाग से जरबेरा के फूलों की खेती के बारे में जानकारी हुई. फिर हमने एक पालीहाऊस लगाकर जरबेरा फूल की खेती शुरू की. शुरुवात में कुछ दिक्कत हुई मगर जब फसल तैयार हुई, तो बहुत अच्छी आमदनी हुई. इस समय वह 3 एकड़ में  इसकी की खेती करे हैं. जिसमें लागत करीब 1 एकड़ में 30 लाख रुपए आती है, वहीं मुनाफा करीब  35 लाख रुपए तक हो जाता है. जिसमें हमें सरकार की तरफ से 50% का अनुदान भी मिलता है. साथ ही अपने यहां पोलीहाऊस में  करीब 12-15 लोग को रोजगार भी दे रखा है. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 10:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed