नगर का अति प्राचीन ठाकुरद्वारा मंदिर नवाबी शासन से भी पहले की है मूर्तियां

Rampur Thakurdwara Mandir: रामपुर में एक 350 साल पुराना ठाकुरद्वारा मंदिर है. इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण-राधा की अद्भुत मूर्तियां लगी हुई हैं. इस मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचते हैं.

नगर का अति प्राचीन ठाकुरद्वारा मंदिर नवाबी शासन से भी पहले की है मूर्तियां
रामपुर: भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कहते हैं, क्योंकि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिवस मनाया जाता है, वैसे तो भगवान श्रीकृष्ण के दक्षिण भारत में बहुत से मंदिर हैं, लेकिन रामपुर के ठाकुरद्वारा मंदिर ऐसा है, जो कि बहुत ही महत्व रखता है. यह प्राचीन मंदिर होने के कारण यहां पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. 350 से अधिक पुराना है मंदिर जिले के मिस्टन गंज स्थित संकरी गलियों में प्राचीनतम मंदिरों में से एक ठाकुरद्वारा मंदिर है. यह लगभग 350 साल पुराना है. मंदिर में विराजमान राधा-कृष्ण की मूर्तियों का आकार बड़ा है. भगवान कृष्ण की मूर्ति गहरे काले पत्थर की बनी हुई है, जबकि राधा जी की मूर्ति श्वेत वर्ण की है. इस मंदिर से लोगों की गहरी आस्था जुड़ी है. जानें मंदिर की क्या है मान्यता ठाकुरद्वारा मंदिर की ऐसी मान्यता है कि जो भी सच्चे मन से आया कभी खाली नहीं गया. मंदिर में विराजमान राधा-कृष्ण और भगवान जगन्नाथ जी को शृंगार रुप देने को लेकर यह मान्यता है कि शृंगार करने से प्रभु भक्तों से अति प्रसन्न रहते हैं. इस मंदिर की यही विशेषता है. मंदिर के पुजारी ने बताया पंडित सौरव शर्मा ने बताया कि 8वीं पीढ़ी इस मंदिर में अपनी सेवा दे रहा है और यह मंदिर 350 साल से भी अधिक पुराना है. यानी कि इस मंदिर में स्थापित राधा-कृष्ण जी की मूर्तियां नवाबी शासन से भी पुरानी हैं. यहां श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रहीं हैं. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर ठाकुर द्वारिकाधीश का विशेष शृंगार किया जाता है. रत्न जड़ित आभूषणों से सजाया जाता है. सुंदर आभूषणों में ठाकुर जी के अद्भुत दर्शन सभी को मोह लेते हैं, जिनको देखने दूर-दराज यहां श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं और धन-धान्य से परिपूर्ण हो जाते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. Tags: Local18, Rampur newsFIRST PUBLISHED : August 22, 2024, 14:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed