केवल ₹23 में 1 हजार लीटर पानी! जानिए आरएमसी इतना सस्ता पानी कैसे बेचती है
केवल ₹23 में 1 हजार लीटर पानी! जानिए आरएमसी इतना सस्ता पानी कैसे बेचती है
Rajkot Smart City: राजकोट स्मार्ट सिटी में 22 करोड़ के टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट से प्रतिदिन 80 लाख लीटर पानी शुद्ध किया जा रहा है. मात्र 23 रुपये में 1,000 लीटर पानी उपलब्ध है. यह योजना 24 घंटे पानी की सुविधा सुनिश्चित करेगी.
राजकोट: गुजरात का एक स्मार्ट सिटी, पानी की कमी से निपटने के लिए एक नई मिसाल पेश कर रहा है. यहां नगर निगम ने 22 करोड़ रुपये की लागत से टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट लगाया है. इस प्लांट में रोजाना 80 लाख लीटर गैर-पीने योग्य पानी को ड्रेनेज से फिल्टर कर उपयोगी बनाया जा रहा है. टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट राजकोट के नागरिकों के लिए बेहद उपयोगी साबित हुआ है. यहां शुद्ध किया गया पानी केवल 23 रुपये में 1,000 लीटर की दर से बेचा जाता है. इस पानी का उपयोग पीने के अलावा हर प्रकार के गैर-पीने के कार्यों में किया जा सकता है. इस प्लांट में शहर के विभिन्न हिस्सों से अप्रयुक्त जल निकासी जल एकत्र किया जाता है, जिसे छानकर उपयोगी बनाया जाता है.
ड्रेनेज पानी का शुद्धिकरण कैसे होता है?
ड्रेनेज से प्राप्त पानी को पहले सामान्य रूप से फिल्टर किया जाता है. इसके बाद पानी से कचरा हटाकर बड़े टैंक में इकट्ठा किया जाता है. इसके अगले चरण में इस पानी को तृतीयक उपचार से गुजारा जाता है. इस प्रक्रिया में पानी को क्लोरीन और डोज़िंग के जरिए विसंक्रमित किया जाता है, ताकि यह विभिन्न उपयोगों के लिए सुरक्षित हो सके.
24 घंटे पानी उपलब्ध कराने की योजना
फिल्टर किए गए पानी का इस्तेमाल अटल झील और अन्य कार्यों के लिए किया जा रहा है. स्मार्ट सिटी में बनने वाली हर इमारत में अब एकल जल कनेक्शन की बजाय दोहरी पाइपलाइन अनिवार्य होगी. 930 एकड़ क्षेत्र में फैली स्मार्ट सिटी के लिए विशेष बारिश जल निकासी लाइन बिछाई गई है. इससे बारिश और ड्रेनेज के पानी को अलग-अलग संग्रह केंद्रों में पहुंचाया जाएगा. यहां हर इमारत को पानी के लिए एक रिसाइक्लर और एक पोर्टेबल कनेक्शन दिया जाएगा, जिससे नागरिकों को 24 घंटे पानी उपलब्ध होगा.
अटल सरोवर: जल संरक्षण का आदर्श उदाहरण
राजकोट के नगर निगम आयुक्त देवांग देसाई ने कहा कि अटल सरोवर जल संरक्षण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है. स्मार्ट सिटी में बारिश के पानी को चैनलाइज कर अटल झील को भरा जाता है. हालांकि, वाष्पीकरण के कारण काफी पानी खत्म हो जाता है. इसे ध्यान में रखते हुए अटल सरोवर को स्थायी रूप से भरने के लिए टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की गई है. अब तक भूमिगत नालों से 56 एमएलडी यानी 5.60 करोड़ लीटर पानी कृषि उपयोग के लिए छोड़ा जा चुका है.
पानी की कमी का स्थायी समाधान
यह प्लांट राजकोटवासियों के लिए भविष्य में पानी की कमी का स्थायी समाधान बनेगा. टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट की वजह से अब राजकोट के लोगों को 24 घंटे पानी की सुविधा मिलेगी और स्मार्ट सिटी का सपना साकार होगा.
Tags: Gujarat, Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : November 16, 2024, 12:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed